बीपीएससी पेपर लीक मामले में ईओयू को हाथ लगे नए क्लू, साल्वर को मिलने थे एक से डेढ़ लाख रुपए
BPSC Paper Leak Case 2022 बिहार लोग सेवा आयोग 67वीं प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में आधा दर्जन संदिग्ध चिह्नित एनआइटी के पूर्ववर्ती छात्रों से जुड़ रहा कनेक्शन एनआइटी के पूर्व छात्रों के साथ कोचिंग संचालकों की भूमिका आई सामने
राज्य ब्यूरो, पटना। BPSC Paper Leak: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने आधा दर्जन संदिग्धों को चिह्नित किया है। इसमें एनआइटी के पूववर्ती छात्रों के साथ कुछ कोचिंग संचालक भी शामिल हैं। जांच टीम ने इनकी तलाश तेज कर दी है। कई जिलों में स्थानीय पुलिस बल की ओर से छापेमारी भी की जा रही है।
कोचिंग संचालक और तेज-तर्रार छात्र भी शामिल
सूत्रों के अनुसार, लोहानीपुर में कंट्रोल रूम चलाने वाला गिरोह का सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव खुद भी स्कालर था। इसके साथ ही उसने एनआइटी के अपने परिचित पूर्व छात्रों को भी बतौर स्कालर गिरोह से जोड़ा था। इसके अलावा कुछ कोचिंग संचालक व उससे जुड़े लोग भी स्कालर के तौर पर गिरोह में शामिल थे।
प्रश्नों का उत्तर जल्द तैयार करने की थी जिम्मेदारी
इन सभी की जिम्मेदारी वायरल प्रश्न-पत्र का उत्तर जल्द से जल्द तैयार करना था, ताकि समय पर उन्हें परीक्षार्थियों तक पहुंचाया जा सके। इसके बदले स्कालरों को एक से डेढ़ लाख रुपये तक भुगतान करने की बात आ रही है। मोबाइल से की गई बातचीत और वाट्सएप चैट के जरिए इनके विरुद्ध साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच टीम के अनुसार, जल्द ही एसआइटी इस मामले में गिरफ्तार किए गए कृष्णमोहन सिंह, निशिकांत राय और स्कालर अमित सिंह की रिमांड मांग सकती है। इनसे पूछताछ में कई नए नामों का पर्दाफाश हो सकता है।