एेसे ही नहीं आई त्रासदी, एक दशक में दूसरी बार जुलाई में हुई सामान्य से अधिक वर्षा Patna News
राज्य में एेसे ही बाढ़ ने तबाही नहीं मचाई है। जुलाई के 15 दिनों में दस साल में एेसा दूसरी बार हुआ है जब इतना बारिश हुई है।
By Edited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 07:48 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 11:06 AM (IST)
पटना, जेएनएन। दस साल में ये दूसरा मौका है जब जुलाई में 15 दिनों के दौरान सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वर्ष 2009 से अब तक सिर्फ 2012 में ही सामान्य से अधिक वर्षा हुई थी। छह वर्षों के बाद एक बार फिर 15 जुलाई तक मानसून की वर्षा सामान्य से अधिक हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस बार 15 दिनों में जुलाई में 162.8 एमएम सामान्य वर्षा होनी चाहिए थी।
जबकि विभाग के अनुसार उक्त अवधि में 242 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह आंकड़ा सामान्य से 49 फीसद अधिक है। इससे पूर्व जुलाई 2012 में सामान्य से 37 फीसद अधिक वर्षा हुई थी। पटना में जुलाई में सामान्य वर्षा 333.7 एमएम वर्षा होनी चाहिए। वहीं जून में 125.4 एमएम सामान्य बारिश होनी चाहिए। जबकि जून में मात्र 42 एमएम बारिश हुई जो सामान्य से करीब 67 फीसद कम रही थी। जून से 15 जुलाई के बीच 289 एमएम सामान्य वर्षा होनी चाहिए थी।
विभाग के मुताबिक बीते जून से 15 जुलाई तक 284.5 एमएम वर्षा रिकॉर्ड हुई है, जो सामान्य से दो फीसद कम है। आंकड़े बता रहे हैं कि जुलाई 2009 में 51 फीसद कम वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। जबकि वर्ष 2010 में 29 फीसद और 2011 में 52 फीसद कम वर्षा रिकॉर्ड हुई थी। पिछले एक दशक में वर्ष 2012 में सर्वाधिक 403.1 एमएम वर्षा हुई थी, जो सामान्य से 37 फीसद अधिक थी। वर्ष 2003 में सामान्य से 59 फीसद कम, वर्ष 2014 में 48 फीसद, वर्ष 2015 में 25 फीसद और 2016 में 13 फीसद कम बारिश हुई थी। वर्ष 2017 में 10 फीसद व 2018 में 18 फीसद वर्षा में कमी दर्ज की गई थी।
जबकि विभाग के अनुसार उक्त अवधि में 242 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह आंकड़ा सामान्य से 49 फीसद अधिक है। इससे पूर्व जुलाई 2012 में सामान्य से 37 फीसद अधिक वर्षा हुई थी। पटना में जुलाई में सामान्य वर्षा 333.7 एमएम वर्षा होनी चाहिए। वहीं जून में 125.4 एमएम सामान्य बारिश होनी चाहिए। जबकि जून में मात्र 42 एमएम बारिश हुई जो सामान्य से करीब 67 फीसद कम रही थी। जून से 15 जुलाई के बीच 289 एमएम सामान्य वर्षा होनी चाहिए थी।
विभाग के मुताबिक बीते जून से 15 जुलाई तक 284.5 एमएम वर्षा रिकॉर्ड हुई है, जो सामान्य से दो फीसद कम है। आंकड़े बता रहे हैं कि जुलाई 2009 में 51 फीसद कम वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। जबकि वर्ष 2010 में 29 फीसद और 2011 में 52 फीसद कम वर्षा रिकॉर्ड हुई थी। पिछले एक दशक में वर्ष 2012 में सर्वाधिक 403.1 एमएम वर्षा हुई थी, जो सामान्य से 37 फीसद अधिक थी। वर्ष 2003 में सामान्य से 59 फीसद कम, वर्ष 2014 में 48 फीसद, वर्ष 2015 में 25 फीसद और 2016 में 13 फीसद कम बारिश हुई थी। वर्ष 2017 में 10 फीसद व 2018 में 18 फीसद वर्षा में कमी दर्ज की गई थी।
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