ठंड का कहर: छह दिनों में अस्सी हजार किलो लकड़ी का अलाव ताप गए लोग
बिहार में ठंड इस कदर है कि छह दिनों में अस्सी हजार किलो लकड़ी का अलाव लोग ताप गये। सूबे के करीब 42 लाख लोग ठंड से प्रभावित हैं। सरकार कई जिलों में कंबल भी बांट रही है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। पिछले छह-सात दिनों के भीतर सूबे में अस्सी हजार किलो लकड़ी का अलाव जलाया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार शीतलहर के प्रकोप से प्रभावित लोगों की संख्या 42.06 लाख पर पहुंच गयी है।
विभाग के स्तर पर अलाव की व्यवस्था के लिए सभी अड़तीस जिलों के डीएम को कुल 28 लाख रुपये आपदा प्रबंधन विभाग ने आवंटित किए हैैं। जिलाधिकारियों को यह अधिकार दिया गया है कि वे शीतलहर को ध्यान में रख अपने स्तर से अलाव जलाने का स्थान तय कर सकते हैैं। कुछ जिलों में शीतलहर से प्रभावित लोगों के बीच सरकार ने कंबल भी बांटे हैैं। आपदा प्रबंधन विभाग के पास जिलों से जो रिपोर्ट आयी है उसके अनुसार अब तक 1358 कंबल बांटे गए हैैं।
चौदह सौ प्वाइंट पर अलाव जलाने की रिपोर्ट, सबसे अधिक पटना में
आपदा प्रबंधन ने अलाव के संबंध में जिलावार जो सूचना हासिल की है उसके अनुसार पूरे सूबे में 1431 जगहों पर अभी अलाव जलाए जा रहे हैैं। सबसे अधिक 234 प्वाइंट पटना जिले में हैैं जहां अलाव जलाए जा रहे हैैं। नालंदा में 86, भोजपुर 50, गया 65, भागलपुर 65, मुजफ्फरपुर 45, पूर्वी चंपारण 62, सारण 94, नवादा 44, दरभंगा 84, पूर्णिया 84 व सिवान में 61 प्वाइंट ऐसे हैैं जहां अलाव जलाया जा रहा है। गोपालगंज, वैशाली, मधुबनी, अरवल, औरंगाबाद, सीतामढ़ी और पश्चिमी चंपारण में एक भी जगह अलाव नहीं जल रहे हैैं।
शीतलहर से सबसे अधिक दरभंगा में 36.86 लाख लोग प्रभावित
शीतलहर से सूबे में 42.06 लाख लोग प्रभावित हैैं और इसमें सबसे अधिक संख्या 36.86 लाख के साथ दरभंगा जिले की है। कटिहार में 1.93 लाख तथा नालंदा में 1.35 लाख लोग शीतलहर से प्रभावित है। पटना में शीतलहर है पर प्रभावित लोगों की संख्या अभी रिपोर्ट नहीं हुई है।