आठ घाट खतरनाक घोषित, दो पर बनेगा तालाब
पटना सिटी। छठ को लेकर अनुमंडल प्रशासन ने अपना सारा ध्यान घाटों की व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगा दि
पटना सिटी। छठ को लेकर अनुमंडल प्रशासन ने अपना सारा ध्यान घाटों की व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगा दिया है। घाट आने-जाने के मार्ग को ठीक कर यहां रोशनी, चिकित्सा व अन्य व्यवस्था की रूपरेखा को अनुमंडलाधिकारी राजेश रौशन ने सोमवार को अंतिम रूप दिया। अनुमंडल क्षेत्र के 55 घाटों का निरीक्षण करने के उपरांत इनमें से आठ गंगा घाटों को खतरनाक घोषित किया गया। यहां बोर्ड लगा कर लोगों को इन घाटों पर जमा होने से रोका जा रहा है।
एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि खतरनाक घाटों में शामिल खाजेकलां एवं अदरक घाट पर कृत्रिम तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। इन घाटों के अलावा मिरचाई घाट, गड़ेरिया घाट, पीरदमड़िया घाट, केशव राय घाट, नंदगोला घाट, नुरुद्दीनगंज घाट खतरनाक घोषित किया गया है। अन्य घाटों पर चल रहे चाली निर्माण कार्य को एसडीओ ने देखा तथा जरूरी दिशा-निर्देश दिया। दूसरी ओर, जिलाधिकारी के आदेश पर पहुंचे अधिकारी प्रीतेश्वर प्रसाद ने कंगन घाट, अदरक घाट व अन्य घाटों का निरीक्षण किया। घाटों पर बन रहे वॉच टावर, चें¨जग रूम, अस्थायी शौचालय निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। की जा रही बैरिके¨डग को रंगने एवं गोताखोरों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा। ठेकेदारों ने पानी और खिसकने की बात कही
छठ को लेकर गंगा घाटों की स्थिति सुधारने और चाली निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार रणजीत कुमार ने बताया कि गंगा पानी उत्तर की ओर और आगे खिसकेगा। प्रशासनिक जल्दबाजी के कारण कई घाटों पर निर्माण कार्य काफी हो चुका है। इस एक बार फिर आगे बढ़ाने की कवायद करनी होगी। ठेकेदार का कहना था कि जिन आठ घाटों को प्रशासन ने खतरनाक घोषित किया है, वहां भी पहले से निर्माण कार्य जारी था। ऐसे में अनावश्यक परेशानी बढ़ने के साथ ही खर्च भी हो गया है।