BSEB Bihar Board Result 2019: अभावों में भी कायम रखा हौसला, जानिए सेकंड टॉपर रौनित की कहानी
रौनित राज बिहार के नवादा के हैं। आर्थिक तंगी उनकी पढ़ाई में आड़े नहीं आई। वे मैट्रिक में बिहार के सेकंड टॉपर बने। बात करते-करते उनके पिता भावुक हो गए।
पटना [जेएनएन]। रौनित राज बिहार के नवादा का है तथा घर की आर्थिक तंगी भी उसकी पढ़ाई में आड़े नहीं आई। बिहार के फर्स्ट टॉपर सावन राज की तरह रौनित राज भी आगे चलकर आईएएस बनना चाहते हैं। 483 अंक लाकर रौनित ने बिहार में दूसरा स्थान पाया है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षक पिता ने समय समय पर आगे बढ़ने के टिप्स भी देते रहे।
नवादा के रोह प्रखंड स्थित छोटे से गांव सिउर का रहनेवाले हैं रौनित। उनकी इस उपलब्धि पर परिजनों में काफी खुशी है। रौनित ने कहा कि वे आगे चलकर आइएएस बनना चाहते हैं और देश की सेवा करना चाहते हैं।
बचपन से पढऩे में मेधावी रौनित ने प्राथमिक शिक्षा नगर के न्यू संत जेवियर्स स्कूल से प्राप्त की। कक्षा एक से लेकर नौ तक पढ़ाई में वे अव्वल रहे और हमेशा प्रथम श्रेणी से उतीर्ण हुए। रौनित के पिता अजय कुमार अकबरपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुसुम्हार में सहायक शिक्षक के पद पर हैं और माता रीता देवी गृहिणी हैं। बड़े भाई हर्षित कुमार फिलहाल 12वीं के छात्र हैं।
रौनित के पिता ने बताया कि वर्ष 2014 में उन्होंने स्कूल में शिक्षक के पद पर योगदान दिया, लेकिन विभागीय अड़चन के चलते अब तक वेतन नहीं मिला। आर्थिक तंगी से जूझते हुए बेटे की पढ़ाई कराई। उनके पास पैसे का अभाव है। रौनित की प्राथमिक शिक्षा के दौरान स्कूल की फीस जमा नहीं कर सके। बावजूद स्कूल के निदेशक रहे स्व. रविशंकर ने सहयोग किया। इसके बाद सिमुतल्ला विद्यालय में नामांकन कराने के लिए पड़ोसी कौशल किशोर सिन्हा ने सहयोग किया।
अपनी भावनाओं पर काबू करते हुए पिता ने कहा कि रौनित ने अपनी मेहनत के बलबूते उनका सीना चौड़ा कर दिया है। आज उसकी इस उपलब्धि से पूरा नवादा गदगद है।