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दुलदुल देख डबडबायीं अकीदतमंदों की आंखें

रात में निकला मातमी जुलूस

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Sep 2019 11:18 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 01:04 AM (IST)
दुलदुल देख डबडबायीं अकीदतमंदों की आंखें
दुलदुल देख डबडबायीं अकीदतमंदों की आंखें

पटना सिटी। मुहर्रम की नौवीं तारीख यानी सोमवार की रात बाउली इमामबाड़ा स्थित बादशाह मंजिल से शिया समुदाय द्वारा दुलदुल का जुलूस निकाला गया। कर्बला की जंग में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन की सवारी दुलदुल के प्रतीक के रूप में सफेद घोड़ा निकाला गया।

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दुलदुल के दर्शन को अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ी। इसे देखते ही सबकी आंखें छलछला गई। सबने सफेद घोड़े को छुआ, चूमा, कुछ खिलाया और इसे प्यार किया। देर रात पानदरीबा गली से अलम के साथ मातमी जुलूस निकला। इसमें शामिल अंजुमनों के लोगों ने मरसिया व नौहा पढ़ा। या अली या मौला की सदा लगाते हुए लोग मातम कर रहे थे। यह जुलूस गुजरी बाजार स्थित बड़ी हवेली पहुंचा। इमाम बांदी स्टेट गुलजारबाग में आयोजित मजलिस में बड़ी संख्या में शिया समाज के महिला-पुरुष उपस्थित हुए। मुहर्रम की 10 तारीख यानी मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे आलमगंज स्थित पैठान टोली से मातमी जुलूस निकलेगा। नौहा व मरसिया पढ़ते हुए लोग ताबूत के साथ अशोक राजपथ के रास्ते पत्थर की मस्जिद स्थित करनल साहब के इमामबाड़ा पहुंचेगा। शाम में बॉली मोड़ से शिया समुदाय के लोग जंजीरी मातम करते हुए अशोक राजपथ के रास्ते शाह बाकर का तकिया इमामबाड़ा जाएंगे। यहां शाम में मजलिस ए गरीबा होगी।

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तीन अस्थायी थाने खुले

मुहर्रम में सुरक्षा व्यवस्था व चौकसी के लिए पटना पुलिस द्वारा तीन जगहों पर अस्थायी थाना बनाया गया है। पत्थर की मस्जिद मोड़, दरगाह रोड स्थित तिराहे की मस्जिद एवं दरगाह कर्बला में अस्थायी थाना स्थापित किया गया है। यहां पुलिस बल की तैनाती है। शांति समिति के सदस्यों से सक्रिय रह कर सहयोग करने की अपील की गई है।


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