मीठापुर बस स्टैंड की हालत नारकीय, 50 फीसद ही बसें चलीं
भारी बारिश के कारण शनिवार को मीठापुर बस स्टैंड की हालत नारकीय थी।
पटना । भारी बारिश के कारण शनिवार को मीठापुर बस स्टैंड की हालत नारकीय थी। यहां तो पहले से ही स्टैंड के अंदर गड्ढों के कारण सालोंभर पानी लगता है। पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण स्टैंड में घुटनेभर पानी जमा हो गया है। कीचड़ ने हालत और बदतर कर दी है। बस स्टैंड से प्रतिदिन लगभग 250 बसों का परिचालन होता है। शनिवार को 50 फीसद बसें ही चलीं। बस मालिकों के अनुसार दूसरे शहरों में भी जलभराव के कारण परिचालन नहीं किया गया। छपरा, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, गया और जहानाबाद की तरफ जाने वाली अधिकांश बसें नहीं चलीं। इसके अलावा हिलसा, मसौढ़ी और आरा जाने वाले छोटे वाहन भी नहीं चले।
: जीरो माइल से बस स्टैंड तक लगा जाम :
सवारियां स्टैंड के बाहर ही बसों से उतर रही हैं क्योंकि अंदर स्थिति नारकीय है। केवल बड़ी बसें ही स्टैंड में प्रवेश कर रही हैं। इस कारण शाम छह बजे तक जीरो माइल से लेकर बस स्टैंड के गेट नंबर दो तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। ट्रैफिक पुलिस और जक्कनपुर थाने की पुलिस बारिश में भीगकर जाम छुड़ाती रहीं। न्यू बाईपास से बस स्टैंड तक एक फ्लैंक में जाम लगने के बाद वाहन चालक दूसरे फ्लैंक में भी प्रवेश करने लगे। इस कारण जाम और विकराल हो गया।
: ऑटो, उबर और ओला ने बढ़ाया किराया :
आम दिनों में ऑटो चालक मीठापुर बस स्टैंड से पटना जंक्शन के करबिगहिया छोर जाने के लिए प्रति व्यक्ति पांच रुपये किराया लेते हैं। बारिश के कारण उन्होंने भाड़ा चार गुना अधिक कर दिया था। दरअसल जाम की वजह से ऑटो कम चल रहे थे। ओला और उबर टैक्सी का किराया आम दिनों की तुलना में दोगुना अधिक था।