आयकर की सुस्त वेबसाइट और बेमेल आंकड़ों से आइटीआर फाइल करना मुश्किल, क्या बढ़ेगी लास्ट डेट
ITR Filing Last Date सुस्त वेबसाइट के साथ आंकडों का बेमेल होना भी रिटर्न फाइल करने में रोड़ा बेमेल आंकड़ों के कारण हजारों आयकरदाताओं का रिटर्न फाइल नहीं हो पाया है। इसे देखते हुए रिटर्न फाइल करने की तिथि आगे बढ़ाने की मांग हो रही है।
पटना, जागरण संवाददाता। आयकर रिटर्न फाइल करने में बेवसाइट तो बाधक है ही, आयकर विभाग के पास उपलब्ध आंकड़े, और आयकरदाताओं की ओर से पेश डाटा के मेल नहीं खाने से भी रिटर्न फाइल करने में मुश्किल हो रही है। बेमेल आंकड़ों के कारण हजारों आयकरदाताओं का रिटर्न फाइल नहीं हो पाया है। इसे देखते हुए रिटर्न फाइल करने की तिथि आगे बढ़ाने की मांग हो रही है। आयकरदाताओं की ओर से शेयरों की खरीद-बिक्री का डाटा आयकर विभाग के पास उपलब्ध रहता है। आयकरदाता इन आंकड़ों को रिटर्न फाइल करने के समय भी भरते हैं।
फरवरी तक मौका देने की मांग
द इंस्टीट्यूट आफ चार्टर अकाउंटेंटस आफ इंडिया की पटना शाखा के पूर्व सचिव रविशंकर दुबे ने कहा कि आयकर दाताओं के शेयरों की खरीद बिक्री से संबंधित डाटा भी मेल नहीं खा रहे हैं। आयकरदाता की ओर से जो आंकड़े उपलब्ध कराये जा रहे हैं, वह आकड़े विभाग की ओर से संग्रहित आकड़ों से भिन्न पाये जा रहे हैं। इस वजह से भी हजारों आयकरदाताओं का रिटर्न फाइल नहीं हो पाया है। आयकरदाता इस वजह से परेशान हैं। अब मात्र तीन ही दिन रिटर्न फाइल करने के लिए समय बचा है। इसके बाद रिटर्न फाइल करने पर पांच हजार रुपये विलंब शुल्क लग जाएगा। इसलिए हमारी मांग है कि रिटर्न फाइल करने की तिथि फरवरी 2022 तक बढ़ा दी जाए।
कई तरह की तकनीकी दिक्कतें
उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैसे आयकरदाता भी परेशान हैं जिनके हस्ताक्षर से किसी संस्थान के खाते से भी रुपये की निकासी होती है। उनके निजी खाते की निकासी के साथ ही संस्थान के खाते से की गई निकासी वेबसाइट पर एकसाथ दर्शाने लगती है। इससे रिटर्न फाइल करने के लिए भरे गये आंकड़े और विभाग के पास उपलब्ध आंकड़े मेल नहीं खा रहे, और रिटर्न फाइल करने में परेशानी होने लगती है। ऐसे कई मामले भी फंसे पड़े हैं। सरकार से हमारी मांग है कि वेबसाइट जब तक सुचारू रूप से काम नहीं करने लगता तब तक आयकर रिटर्न फाइल करने की तिथि आगे बढ़ाई जाए।