जवान की पिटाई मामले में DSP ने सौंपी रिपोर्ट, सिपाही के साथ ASI की भी थी गलती
दो दिन पहले पटना में लॉकडाउन के दौरान सड़क पर हाफ-पैंट व टी-शर्ट में मुंह पर रुमाल ढंककर घर जाने के दौरान हाथापाई की जांच रिपोर्ट आ गई है।
पटना, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान सड़क पर हाफ-पैंट व टी-शर्ट में मुंह पर रुमाल ढंककर घूम रहे सिपाही अजय कुमार की पिटाई के मामले में ट्रैफिक डीएसपी (प्रथम) ने गुरुवार को एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा को रिपोर्ट सौंप दी। सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में शिकायत करने वाले जवान और ट्रैफिक के एएसआइ विश्वेश्वर उपाध्याय दोनों की गलती दर्शायी गई है।
आठ मिनट का फुटेज भी किया संलग्न
इसमें जक्कनपुर थाने के सरिस्ता का आठ मिनट का सीसीटीवी फुटेज भी संलग्न किया गया है, जिसमें थानाध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा जवान के लिए नई शर्ट लेकर आते दिख रहे हैं। जवान को वायरलेस ऑफिसर के बगल में कुर्सी पर बिठाया गया था।
फ्लैग मार्च कर रही पुलिस टीम पर लगाया था आरोप
मालूम हो कि ट्रैफिक में तैनात जवान अजय कुमार ने वीडियो वायरल कर जक्कनपुर थानाध्यक्ष व फ्लैग मार्च कर रही पुलिस टीम पर पिटाई का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि वह मां की दवा लेने जा रहा था। पुलिसकर्मी बताने पर भी उसे पीटा गया, जिससे उसका सिर फट गया। इसके बाद उसे पीआर बांड भरा कर छोड़ा गया। उसे काफी देर तक थाने में बिठाया भी गया था।
बहस के बाद एकजुट हो गए थे अन्य पुलिसकर्मी
यह भी आरोप लगाया कि कहने के बाद भी उसे रोक लिया गया। बताया जाता है कि जवान की पहली झड़प एएसआइ से हुई थी, जिसके बाद सिपाहियों ने उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन, दोनों तन गए थे इसलिए बाकी के पुलिसकर्मी एकजुट हो गए। बहरहाल, रिपोर्ट के आधार पर जवान और एएसआइ दोनों के खिलाफ कार्रवाई तय है। इधर, थानेदार का कहना है कि लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। लॉकडाउन उल्लंघन करने के दौरान उसे पकड़ा गया था।