नशे में धुत दारोगा ने एसपी तक को नहीं छोड़ा, पकड़ाया तो थानेदार ने हद कर दी, जानें मामला
शराबबंदी के बाद भी आम आदमी तो क्या पुलिस वाले भी इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं। पिछले माह ही मुंगेर में एक पुलिसकर्मी शराब के नशे में पकड़ा गया था। अब नया मामला राजधानी पटना का है।
पटना [जेएनएन]। शराबबंदी के बाद भी आम आदमी तो क्या, पुलिस वाले भी इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं। पिछले माह ही बिहार के मुंगेर में एक पुलिसकर्मी शराब के नशे में पिस्टल लहराते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया था। अब नया मामला राजधानी पटना का है। होली के दिन पटना के कदमकुआं थाने में तैनात दारोगा कृष्णा राय ऑन ड्यूटी शराब के नशे में धुत मिला। जब एक युवक ने थाने की बेंच पर सोए शराबी दारोगा का वीडियो बनाना शुरू किया तो वे गाली-गलौज करने लगे। लेकिन थानेदार ने हद कर दी, उसे थाने पर से ही जमानत दे दी।
थाने से ही मिल गई जमानत
वीडियो वायरल होने पर सिटी एसपी पीके दास, टाउन डीएसपी सुरेश कुमार कदमकुआं थाने पहुंचे और आरोपित दारोगा को नजरबंद रखने के लिए पीरबहोर थाने भेज दिया गया। मामले को दबाने के लिए जमानती धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज कर थाने से ही आरोपित को जमानत दे दी गई। आरोपित दारोगा को पीएमसीएच में ब्लड सैंपल देने के लिए भेजा गया था, जहां से वह गायब हो गया। हालांकि जमानत को लेकर एसएसपी और डीआइजी आमने सामने हो गए हैं।
आरोपी बैठने लायक भी नहीं था
रोस्टर के अनुसार कदमकुआं थानाध्यक्ष निशिकांत निशि ने गुरुवार की रात ओडी (ऑन ड्यूटी) अफसर के रूप में दारोगा कृष्णा राय को तैनात किया था। इसके तहत थाने में आने वाले लोगों से मिलकर उनकी शिकायतों पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी दारोगा की थी, लेकिन उसने इतनी शराब पी ली थी कि वह बैठने के लायक भी नहीं था। ऐसे में वह सरिस्ता में लगी बेंच पर लेट गया। दूसरे पुलिसकर्मी भी साथी को बचाने में जुटे रहे। इस बीच एक युवक वहां पहुंचा। उसने मोबाइल से दारोगा का वीडियो बना लिया। तब दूसरे पुलिसकर्मियों ने उसे जगाया और वीडियो बनाए जाने की जानकारी दी।
जगते ही करने लगा गाली-गलौज
दारोगा उठते ही गाली देने लगा। जब उसे लड़के ने वरीय अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही, तो वह आग बबूला हो उठा और एक सुर में थानाध्यक्ष से लेकर एसपी का नाम लेते हुए गोली देने लगा। उस लड़के ने फोन कर सिटी एसपी और एसएसपी को घटना की सूचना दी। तब वे कदमकुआं थाना पहुंचे।
ब्रेथ एनालाइजर की जांच में 96 एमजी अल्कोहल
सिटी एसपी और डीएसपी दारोगा को लेकर थानाध्यक्ष के चैंबर में गए। ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई, जिसमें शराब का सेवन करने की पुष्टि हुई। उसके शरीर में अल्कोहल की मात्रा 96 एमजी मिली। इस बाबत कदमकुआं थाने में बिहार एक्साइज एक्ट (संशोधित) की धारा 37 (ख) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई, लेकिन हंगामा करने वाली बात को पुलिस ने उजागर नहीं की। आमतौर पर ऐसे मामले में बिहार एक्साइज एक्ट (संशोधित) की धारा 37(ख) और 37(ग) के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज होती है, जिसके बाद आरोपित को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश कराया जाता है।
थाने से जमानत मिलने का पहला मामला
राज्य में शराबबंदी लागू होने के बाद शायद यह पहला मामला है, जिसमें बिहार एक्साइज एक्ट की धारा 37 (ख) में दर्ज प्राथमिकी के आरोपित को थाने से ही जमानत मिल गई। हाल में बिहार एक्साइज एक्ट में संशोधन किया गया था। इसके तहत नशे में पहली बार पकड़े जाने पर आरोपित कोर्ट में 50 हजार रुपये जुर्माना भरकर जमानत पा सकता है। सूत्र बताते हैं कि नशे में दारोगा के हंगामा करने का वीडियो वायरल होने पर पुलिस मुख्यालय ने उसकी गिरफ्तारी का आदेश दिया, तब जिला पुलिस के अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। कृष्णा राय भोजपुर जिले का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।
जमानत पर एसएसपी-डीआइजी आमने-सामने
पटना एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा कि आरोपित दारोगा पर बिहार एक्साइज एक्ट की धारा 37 (ख) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यह जमानती धारा है, इसलिए दारोगा कृष्णा राय को थाने से ही जमानत दे दी गई। आरोपित दारोगा को निलंबित कर दिया गया है। उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई है। सिटी एसपी से रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं डीआइजी सेंट्रल रेंज राजेश कुमार ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है। बिहार एक्साइज एक्ट की सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित दारोगा को कोर्ट में पेश कराना चाहिए था। अदालत के आदेश के अनुरूप पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए थी। इस मामले में एसएसपी से रिपोर्ट मांगी जाएगी।