पुलिस वालों ने पिलाई शराब, फिर जानवरों की तरह ढुलवाई लाश
बिहार के नवादा जिले में पहले मजदूरों ने जमकर शराब पी और फिर बांस में टांगकर शव को ले गये। खास बात यह है कि शराब पुलिस ने ही उपलब्ध करवायी थी।
नवादा [जेएनएन]। बिहार के नवादा जिले में पुलिस के असंवेदनशील हरकत ने मानवता को शर्मसार कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने रेलवे ट्रैक से एक महिला का शव उठवाने के लिए मजदूरों को शराब उपलब्ध कराई। यह तब है जब राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है। इसके बाद मजदूरो ने महिला का शव मवेशी की तरह बांस पर टांगकर अस्पताल पहुंचाया और पुलिस तमाशबीन बनी रही। देर शाम पुलिस मुख्यालय ने प्रथम दृष्टया दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल ने बताया कि मामले में कादिरगंज ओपी प्रभारी रणविजय कुमार और दारोगा रामविनय शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। सूचना देने वाले दो चौकीदारों को निलंबित करने की अनुशंसा नवादा के जिलाधिकारी से की गई है। इन दो चौकीदारों में बिगुल पासवान और किशुन पासवान शामिल हैं। दोनों घटनास्थल पर मौजूद थे।
चौंका रहा मजदूरों का बयान
जिले के कादिरगंज ओपी क्षेत्र के नथनपुरा गांव के समीप रेलवे ट्रैक पर शुक्रवार की सुबह महिला का शव पड़े होने की सूचना पुलिस को मिली। शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजना था। पुलिस अपने साथ मजदूरों को ले गई थी। शव उठाने से पहले मजदूरों को शराब उपलब्ध कराई गई। इसके बाद नशे में झूमते मजदूरों ने शव को बांस में बांधकर कंधे पर लटकाकर अस्पताल पहुंचाया।
मजदूरों का जवाब चौंकाने वाला है। मजदूरों ने कहा कि पुलिस ने ही तीन पाउच शराब उपलब्ध कराई थी। बहरहाल, नशे में झूमते मजदूरों ने शव को मवेशी की तरह बांधकर बांस पर लटकाया। वहां से चलकर थोड़ी दूर पर खड़े रिक्शे पर रखा। मजदूरों से मीडिया कर्मियों ने बात की तो जवाब था कि शव से बदबू निकल रही थी। ऐसे में उसे उठाना मुश्किल हो रहा था, तब पुलिस ने शराब मुहैया कराई। हालांकि कादिरगंज ओपी प्रभारी रणविजय कुमार ने इससे साफ इन्कार किया, उनका कहना है कि मजदूरों ने पुलिस के सामने शराब नहीं पी।
मुखिया ने दी थी सूचना
सुबह में नथनपुरा के कुछ लोगों की नजर महिला के शव पर पड़ी। महिला के गले में गमछा बंधा था और सिर पर चोट लगी थी। ग्रामीणों ने जानकारी मुखिया को दी। इसके बाद मुखिया ने कादिरगंज थानाध्यक्ष को सूचित किया। उसकी पहचान नगर के पुरानी जेल रोड मोहल्ला निवासी रंजीत डोम की पत्नी गुडिय़ा देवी के रूप में की गई।
पुलिस का मानना है कि दूसरे जगह महिला की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। मृत महिला के पिता राजकुमार डोम ने पोस्टमार्टम रोड की मनमा और मालगोदाम की कमला के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि दोनों गुरुवार की रात 8 बजे गुडिय़ा को घर से बुलाकर ले गई। रात भर वह लौटकर घर नहीं आई।
यह घटना अमानवीय है। इसे सभ्य समाज में किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
-एडीजी (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल