शराबी चाचा को नहीं पसंद आया तीन साल की भतीजी का रोना, दबा दिया गला
पटना में एक तीन साल की बच्ची को रोना महंगा पड़ गया। उसके चाचा ने उसका गला केवल इस लिए दबा दिया कि वो रो रही थी। शराबी चाचा को ये बात रास नहीं आई।
पटना, जेएनएन। जान कितनी सस्ती हो गई है इसका एक उदाहरण बिहार की राजधानी में देखने को मिला। पटना के दुल्हिन बाजार के कोपा गांव में मोहम्मद अख्तर की तीन वर्षीय पुत्री को उसके चाचा मोहम्मद सद्दाम ने गला दबाकर मार डाला। इसके बाद शराबी चाचा ने बच्ची के शव को आहर में डाल दिया। उसका कसूर महज इतना था कि वे रो रही थी।
चाचा के ही साथ गई थी घूमने
कोपा गांव निवासी हसन राजा के चार पुत्र हैं। इनमें से एक मोहम्मद अख्तर दिल्ली में मेट्रो में काम करता है। उसकी पत्नी रुखसाना परवीन अपने देवर मोहम्मद सद्दाम व ससुर हसन राजा सहित पूरे परिवार के साथ कोपा गांव में रहती है। मोहम्मद अख्तर की दो बेटियां थी। इनमें छोटी वाली लगभग 1 वर्ष की है। बड़ी बेटी का नाम मोहरा निशा था। वह ज्यादा समय अपने चाचा के साथ ही रहती थी। प्रतिदिन की तरह सोमवार की शाम भी मोहरा निशा अपने चाचा मोहम्मद सद्दाम के साथ घर से बाहर सड़क पर घूमने गई थी। उस वक्त मोहम्मद सद्दाम नशे में धुत था। घूमने के दौरान बच्ची कुछ सामान बिकता देख खरीदने के लिए जिद्द कर रोने लगी। सामान खरीदने के लिए सद्दाम के पास पैसे नहीं थे तो वह बच्ची को चुप कराने लगा। बार-बार चुप रहने के लिए बोलने पर भी बच्ची नहीं मानी, तो नशे में धुत चाचा ने बच्ची को गांव के पानी से भरे आहार में डूबा कर नाक व गला दबा दिया, जिससे मौके पर मौत ही गई।
दादा और दादी से पूछताछ कर रही पुलिस
इधर, बच्ची के नहीं मिलने से परेशान परिजनों ने बहुत खोजबीन की। बाद में बच्ची की मां ने अपने मायके से परिजनों को बुला लिया। परिजनों ने मोहम्मद सदाम से सख्ती की तो मामला सामने आया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मंगलवार की देर शाम बच्ची का शव कोपा आहर से बरामद कर लिया। पुलिस, परिजनों के साथ शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर अनुमंडलीय अस्पताल चली गई है, वहीं आरोपित चाचा को गिरफ्तार कर लिया है। वही पूछताछ के लिए मृतका के दादा मोहम्मद हसन राजा व दादी आरजू खातून को थाना लाई है। मृतका के दादा ने बताया कि सद्दाम ने अत्यधिक नशे में होने के कारण घटना को अंजाम दे दिया है। वहीं थानाध्यक्ष चन्द्रभानु ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।