एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच के कोरोना वार्ड में 24 घंटे तैनात रहेंगे डॉक्टर
कोरोना से संक्रमित मरीजों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पटना : कोरोना से संक्रमित मरीजों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच के कोरोना वार्ड में 24 घंटे रोस्टर के अनुसार डॉक्टर तैनात रहेंगे। मेहनत से कार्य करने वाले डॉक्टर, नर्स तथा अन्य स्टाफ को पुरस्कृत किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने तीनों अस्पतालों की समीक्षा के बाद दी।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि तीनों अस्पतालों में नियंत्रण कक्ष का संचालन हो रहा है। तीनों नियंत्रण कक्ष में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा एवं बिहार प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ डॉक्टरों की तैनाती 24 घंटे करा दी गई है। शिकायतों के निष्पादन में काफी तेजी आई है।
आयुक्त ने कहा कि डीएम और एसएसपी को निर्देश दिया गया है कि विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 24 घंटे मे एनएमसीएच में पलिस चौकी स्थापित कराएं। पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की तैनाती हो। इसमें पुलिस अवर निरीक्षक, सहायक अवर निरीक्षक और सिपाही रहेंगे। : 700 लोग स्वस्थ होकर गए घर :
एनएमसीएच अधीक्षक ने बताया कि अबतक 700 से अधिक लोग इलाज के बाद ठीक होकर घर वापस चले गए हैं। डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टर वार्डवार निर्धारित की गई है। डॉक्टर हमेशा मरीजो के इलाज के लिए उपलब्ध हैं। अब डेड बॉडीज के संबंध में शिकायत नहीं मिल रही है। इसके लिए तीन डॉक्टरों की टीम मॉनीटरिग के लिए तैनात की गई है। पीएमसीएच अधीक्षक ने बताया कि कोविड वार्ड अस्पताल में शुरू हो गया है। मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। एनएमसीएच नियंत्रण कक्ष में तीन दिनों में 168 शिकायतों का निष्पादन हुआ है। कंट्रोल रूम के जरिये शिकायतों का निष्पादन किया जा रहा है। : शवों को रखने के लिए तीन-तीन अतिरिक्त डीप फ्रीजर बॉक्स :
पीएमसीएच एवं एनएमसीएच में शवों के रखने लिए तीन-तीन अतिरिक्त डीप फ्रीजर बॉक्स उपलब्ध कराए गए हैं। एसडीओ पटना सदर एवं एसडीओ पटना सिटी अस्पताल में डेड बॉडी का निष्पादन नियमानुसार सुनिश्चित कराएंगे। : प्रभावी ढंग से संचालित होगा हेल्प डेस्क काउंटर :
आयुक्त ने सभी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों में हेल्प डेस्क काउंटर स्थापित करने एवं इसका प्रभावी ढंग से संचालन पर जोर दिया। इसके लिए काउंटर पर कर्मियों का रोस्टर तैयार कर पहली बार प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया। अस्पताल आने वाले मरीजों एवं उनके स्वजनों को उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं एवं संबंधित स्थल की सही जानकारी मिलेगी। : सुविधाओं की मॉनीटरिग और समन्वय के लिए नोडल पदाधिकारी तैनात :
पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रतिनियुक्त वरीय नोडल पदाधिकारी के रूप में दो अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। वे अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का निरंतर जायजा लेंगे तथा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के प्राचार्य, अधीक्षक, निदेशक से समन्वय स्थापित करेंगे।