छपरा जेल में डीएम-एसपी ने की सघन छापेमारी, वायरल हुआ था मोबाइल पर बात करने का वीडियो
डीएम और एसपी के नेतृत्व में छपरा मंडल कारा में सघन छापेमारी। छापेमारी में 33 मजिस्ट्रेट एवं 240 पुलिसकर्मी लगे हुए थे। हालांकि जेल के अंदर से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं होने की बात कहीी जा रही है।
छपरा, जागरण संवाददाता। छपरा मंडल कारा में बंदियों के मौज करने का फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। मोबाइल पर बातें करते बंदी दिखे थे। इसको लेकर डीएम डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे और एसपी संतोष कुमार के नेतृत्व में जेल में बुधवार को सघन छापेमारी की गई। हालांकि कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं होने की बात कही जा रही है। इधर जेल में मोबाइल पहुंचने के मामले में जेल अधीक्षक ने दो कक्षपाल दुष्यंत एवं सफीकुद्दीन को निलंबित कर दिया है। इनसे पहले शो कॉज पूछा था। उसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गई है।
सुबह में अचानक पहुंचा डीएम-एसपी का काफिला
बताया जाता है कि सुबह करीब पांच बजे अचानक डीएम और एसपी का काफिला मंडल कारा पहुंच गया। उनके साथ बड़ी संख्या में दंडाधिकारी और पुलिस वाले थे। इसके बाद अधिकारियों की टीम हर एक वार्ड में पहुंची। सघन जांच-पड़ताल की। हालांकि कुछ वैसा बरामद नहींं हुआ। लेकिन इस दौरान हड़कंप जरूर मच गया।
240 जवान और 33 अधिकारी थे शामिल
इस छापेमारी में 240 पुलिस बल को मंडल कारा में भेजा गया था। इनके अलावा डीएम-एसपी समेत 33 अधिकारी इसमें लगे हुए थे। जेल सूत्रों के मुताबिक यह अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी है। जेल अधीक्षक मनोज सिन्हा ने बताया कि सुबह से सघन छापेमारी की गई है। हालांकि कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है। बताते चले कि 2 दिन पूर्व मंडल कारा से मोबाइल से बात करते हुए फोटो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए छह मोबाइल जब्त किए थे। इस मामले में छह पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद डीएम एसपी के नेतृत्व में बुधवार की सुबह में छापेमारी की गई है।
जमीन खोदकर छिपाए गए थे मोबाइल
बता दें कि इससे पहले सोमवार रात और मंगलवार को भी छापेमारी की गई। इस दौरान अलग-अलग जगहों से छह मोबाइल बरामद किए गए। इस मामले में छह पर प्राथमिकी दर्ज की गई साथ ही जेल के तीन कर्मियों से इस लापरवाही को लेकर शोकाज भी किया गया। बताया जाता है कि एसपी की सूचना पर जेल अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने सोमवार की रात्रि में जेल के विभिन्न वार्डों में छापेमारी शुरू कराई। सभी मोबाइल विभिन्न जगहों पर मिट्टी खोदकर गड्ढ़ों में रखे गए थे। उसे पुलिस ने बरामद किया है। इस संबंध में जेल अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि मोबाइल बरामदगी एवं फोटो वायरल करने को लेकर आधा दर्जन बंदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि जेल में बंद कैदी अविनाश राय, रूपेश कुमार, नीतेश कुमार, अनिल कुमार, सुनील सिंह व रोहित कुमार पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।