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दीपावली में इस बार चाइनीज पर भारी मेक इन इंडिया, यहां देखिए पटना के बाजार में लाइट और झूमर की कीमतें

Deepawali 2021 Patna Market प्रकाश के पर्व दिवाली में चंद दिन ही शेष हैं। घरों को सजाने और जगमग करने की सामग्रियों से बाजार भर गया है। खास बात यह है कि मेक इन इंडिया इस साल चाइनीज पर भारी है। भारतीय निर्माताओं ने उत्पादों की लागत कम की है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 11:28 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 12:12 PM (IST)
दीपावली में इस बार चाइनीज पर भारी मेक इन इंडिया, यहां देखिए पटना के बाजार में लाइट और झूमर की कीमतें
दीपावली से पहले सजा रंग-बिरंगी लाइटों का बाजार। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, पिंटू कुमार। प्रकाश के पर्व दीपावली में चंद दिन ही शेष हैं। घरों को सजाने और जगमग करने की सामग्रियों से बाजार भर गया है। खास बात यह है कि मेक इन इंडिया इस साल चाइनीज पर भारी है। भारतीय निर्माताओं ने उत्पादों की लागत कम की है। कोरोना संक्रमण की कम होती दर से बाजार रोशन दिख रहा है। कारोबारियों की मानें तो सिर्फ लाइट का आठ से 10 करोड़ रुपये का कारोबार होगा। चाइनीज की गारंटी नहीं दी जाती है। मेक इन इंडिया प्रोडक्ट पर गारंटी मिलने से डिमांड बढ़ी है।

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पटना इलेक्ट्रिक ट्रेडर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने बताया कि इंडियन एलईडी चाइनीज के मुकाबले महंगी जरूर हैं, लेकिन ज्यादा टिकाऊ हैं, गारंटी है। इस बार कारोबारियों ने मेक इन इंडिया प्रोडक्ट ज्यादा मंगाए हैं। चाइनीज माल भी दिल्ली और कोलकाता से पटना पहुंच रहे हैं। दुकानदार विवेक कुमार ने बताया कि इस बार नई डिजाइन में कम बिजली खपत के बाद भी ज्यादा रोशन करने वाली लाइटें हैं। पटना सिटी, बाकरगंज और फ्रेजर रोड स्थित चांदनी मार्केट रंग-बिरंगी एलईडी लाइट से सजा है।

पर्यावरण के अनुकूल नहीं चाइनीज प्रतिमा

मिट्टी की प्रतिमा और दिये के थोक कारोबारी अजय कुमार का कहना है कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण कारोबार कम हुआ था। इस बार 60 लाख दिये का आर्डर दिया गया है। दो से तीन करोड़ रुपये के लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा का कारोबार होगा। चाइनीज लक्ष्मी-गणेश की मांग घटी है। इसका प्रमुख कारण है कि ये ईको फ्रेंडली नहीं होते। पर्यावरण के लिए नुकसान पहुंचाने से ज्यादातर शहरी ग्राहक इससे अब दूरी बना रहे हैं। मिट्टी की प्रतिमा पानी में घुल जाती है। पिछले साल की तुलना में इस बार दोगुना कारोबार होने की संभावना है।

  • 08 से 10 करोड़ रुपये का एलईडी लाइट का कारोबार
  • 02 से 03 करोड़ रुपये के गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा की होगी बिक्री
  • 60 लाख मिट्टी के दिये का कारोबारियों ने दिया है आर्डर  

एक यूनिट बिजली से एक माह तक रोशनी

कारोबारी संजय कुमार ने बताया कि दिल्ली में बनी इलेक्ट्रानिक झालर टिकाऊ के साथ काफी कम बिजली खपत करने वाली हैं। एक यूनिट बिजली में एक झालर एक माह तक घर को रोशन करेगी। दीपक की शक्ल में भी लाइट की काफी मांग है। यह सामान्य झालर से थोड़ी महंगी हैं। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा भी लाइट वाली उपलब्ध हैं। पहले ज्यादातर चीन से आती थीं। अब दिल्ली और कोलकाता में बनी प्रतिमा कम कीमत में आ रही है।

इंडियन एलईडी लाइट  

  • पिक्सल -350-800 रुपये  
  • स्माल झूमर -80-130   रुपये
  • फ्रूट लाइट -150-190 रुपये
  • गोल्डेन क्रिस्टल 220-290 रुपये
  • ऊं व स्वास्तिक  220-280 रुपये

चाइनीज एलईडी

  • राइस -30 से 70 रुपये
  • मल्टी - 60 से 130 रुपये
  • राकेट - 70 रुपये
  • आरजीबी -100 रुपये
  • डायमंड - 100 रुपये
  • पिक्सल-100 रुपये

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