Diwali 2020: पर्व के दौरान नहीं होगी दवा और इलाज की दिक्कत, PMCH में सुरक्षित रखे गए हैं 15 बेड
दिवाली में यूं तो पटाखों के इस्तेमाल पर सरकार ने रोक लगा दी है लेकिन आम लोग इसे मानने के मूड में नहीं दिख रहे। बेहतर यही होगा कि आप पटाखे नहीं इस्तेमाल करें। दिवाली के दौरान कोई हादसा हो तो अस्पताल में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
पटना, जेएनएन। दिवाली और छठ में इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों के स्वजनों को जरूरी दवाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। बाजार बंदी को देखते हुए पीएमसीएच प्रबंधन ने 50 हजार की ऐसी आवश्यक दवाएं क्रय कर ली हैं, जिनकी आपूर्ति सामान्य दिनों में अस्पताल नहीं करता है। इसके अलावा इमरजेंसी की व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए अधीक्षक डॉ. बिमल कारक, प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी, मुख्य आकस्मिकी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभिजीत सिंह, उपाधीक्षक डॉ. अजय राणा और डॉ. चंदन कुमार आदि खुद मौजूद रहे।
आपात स्थिति के लिए पीएमसीएच में रखी गई हैं जरूरी दवाएं
डॉ. बिमल कारक ने बताया कि दीवाली और छठ पर्व के दिन अधिकांश दवा दुकानें बंद रहती हैं। वहीं गंभीर रोगियों को कई ऐसी दवाओं-इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है जो अस्पताल आपूर्ति में नहीं होती हैं। दवाएं तुरंत नहीं मिलने से कई बार रोगी की हालत गंभीर हो जाती है। इसे देखते हुए आपात चिकित्सा व्यवस्था के तहत 50 हजार रुपये की दवाएं खरीदी गई हैं। अब रोगियों को जीवनरक्षक सभी दवाएं काउंटर से ही मिल जाएंगी और मरीजों को उसके लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
जले रोगियों के इलाज की पूरी व्यवस्था, प्लास्टिक सर्जरी विभाग में बेड सुरक्षित
प्राचार्य सह प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. विद्यापति चौधरी ने बताया कि दीवाली पर पटाखे जलाने की परंपरा को देखते हुए 15 बेड सुरक्षित रखे गए हैं। इसके अलावा डॉक्टरों की संख्या दोगुनी कर दी गई है। हर शिफ्ट में दो की जगह चार-चार डॉक्टर की ड्यूटी 24 घंटे रहेगी। आवश्यक दवाएं, मलहम आदि का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है। मैं खुद भी इमरजेंसी में मौजूद रहूंगा।
पटाखों से रहें दूर, बरतें पूरी सावधानी
प्रदूषण की समस्या को देखते हुए सरकार ने पटाखों पर बिक्री पर रोक लगाने की बात कही है, हालांकि इसपर अमल होता दिख नहीं रहा है। आपके लिए बेहतर रहेगा कि पटाखों से दूरी बनाकर रहें।