गांधी सेतु पर वाहनों का डायवर्सन स्थल बदला
महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्माण का काम जोर पकड़ चुका है।
पटना सिटी। महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्माण का काम जोर पकड़ चुका है। काटे गए पश्चिमी लेन के पाया संख्या 4-5 एवं 5-6 के स्पैन पर जंगरोधी स्टील का गटर रख दिया गया है। देश के कई राज्यों में निर्मित होकर पहुंच रहे स्टील के गटर को सिलसिलेवार रखा जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को सेतु पर चल रहे कार्यो का जायजा लेने पहुंचे पुल निर्माण विभाग, निर्माण कंपनी इफकॉन के पदाधिकारियों ने दिया। उन्होंने बताया कि मई 2019 तक पश्चिमी लेन को स्टील से तैयार करने का काम पूरा किये जाने का लक्ष्य है। पाया संख्या 46 के पश्चिमी लेन को काटने का काम शुरू होने के कारण वाहनों का डायवर्सन स्थल मंगलवार से बदल गया।
यातायात डीएसपी ने लिया जायजा :
सेतु पर बदले डायवर्सन की व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए यातायात डीएसपी जगदानंद ठाकुर दोपहर के वक्त गांधी सेतु पर पहुंचे। उन्होंने सेतु पर मौजूद कई विभाग के पदाधिकारियों के साथ बातचीत कर आगे की रणनीति तैयार की। डीएसपी श्री ठाकुर ने बताया कि पटना से हाजीपुर जाने वाले वाहनों को पाया संख्या 46 की जगह अब उससे पहले ही मार्ग बदल कर पूर्वी लेन में प्रवेश कराया जाएगा। इसके लिए पुलिस पोस्ट को भी पूरी व्यवस्था के साथ शिफ्ट किया जा रहा है।
काट दी गई है पाया नंबर 46 की रेलिंग :
सेतु पर मौजूद गांधी सेतु डिवीजन, गुलजारबाग के कार्यपालक अभियंता वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि पश्चिमी लेन के पाया संख्या 32, 35, 36, 42 एवं 43 के सुपर स्ट्रक्चर को काटने का काम जारी है। पाया संख्या 46 की रे¨लग काट दी गई है। फुटपाथ काटने का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हाजीपुर की ओर पाया संख्या चार-पांच एवं पांच-छह के स्पैन पर स्टील का गटर रखने का काम चल रहा है। निरीक्षण में निदेशक वी एस यादव, निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर पी के मिश्रा समेत अन्य अधिकारी व अभियंता थे।