रामनवमी: पटना की सड़कों पर उतरा भक्तों का रेला, लग रहे जय श्रीराम के जयकारे
बिहार में आज श्रीरामनवमी की धूम है। पटना के महावीर मंदिर सहित सभी प्रमुख मंदिरों में भक्त उमड़ रहे हैं। शहर में विभिन्न समितियों की ओर से शोभायात्राएं निकाली गई हैं
पटना [जेएनएन]। बिहार में शनिवार को दिनभर रामनवमी की धूम रही। इस अवसर पर राजधानी पटना सहित पूरे राज्य के मठ-मंदिरों को फूल-मालाओं एवं बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से सजाया गया। वहीं शाम में विभिन्न समितियों की ओर से शोभायाात्राएं निकाली गईं। इसे लेकर पटना की सड़कों पर भक्तों का रेला रहा। खासकर डाकबंगला चौराहे पर तो भीड़ इतनी थी कि तिल रखने की जगह नहीं थी। चौराहे पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध थे। पटना की एसएसपी गरिमा मलिक खुद वहां मौजूद रहकर मॉनिटरिंग कर रही थीं। वहीं पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में तो दर्शन के लिए बीती रात 12 बजे से ही श्रद्धालुओं का जो तांता लगा, वह शनिवार की रात में जाकर खत्म हुआ।
रामनवमी के अवसर पर पटना में तीन दर्जन भव्य शोभायात्राएं निकाली गईं। इनके स्वागत और सम्मान के लिए पटना के डाकबंगला चौराहे पर भव्य आयोजन किया गया। शोभायात्राओं को देखने श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटी। जय श्रीराम के जयकारों से शहर गूंजता रहा। रामनवमी को लेकर पूरे बिहार, खासकर पटना में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। डाकबंगला चौराहे पर तो चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहे।
महावीर मंदिर में चार लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
बता दें कि श्रीरामनवमी को लेकर पटना जंक्शन के पास स्थित महावीर मंदिर में देर रात से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया था। रात 12 बजे से ही महावीर मंदिर के गेट से लेकर जीपीओ गोलंबर तक महिला व पुरुष श्रद्धालुओं की दो कतारें लग गई थीं। महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि शनिवार होने के कारण श्रीरामनवमी के दिन महावीर मंदिर में काफी भीड़ रही।
20 हजार किलो से अधिक नैवेद्यम बिके : पटना जंक्शन के निकट महावीर मंदिर में श्रीरामनवमी के अवसर पर नैवेद्यम की बिक्री के लिए 14 काउंटर लगाए गए थे। इन काउंटरों से 20 हजार किलो नैवेद्यम की बिक्री की व्यवस्था की गई थी। नैवेद्यम का कीमत 250 रुपए प्रति किलो रखा गया था। आकलन किया जा रहा है कि कितने नैवेद्यम बिके। यह आकलन रविवार को ही फाइनल होगा।
प्रसाद चढ़ाने के लिए उत्तरी द्वार से दी गई इंट्री : शनिवार को महावीर मंदिर में प्रसाद चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं को इंट्री उत्तरी द्वार से दी गई थी। उनके लिए शुक्रवार की रात दो बजे ही मंदिर का पट दर्शन एवं प्रसाद चढ़ाने के लिए खोल दिया गया था। बिना प्रसाद चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए मंदिर के पूर्वी द्वार की ओर व्यवस्था की गई थी।
बांसघाट काली मंदिर में एक लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
उधर पटना के बांसघाट काली मंदिर में श्रीरामनवमी के अवसर पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु जुटे। मंदिर के सचिव शैलेंद्र श्रीवास्तव की मानें तो मंदिर प्रबंधन की ओर से रामनवमी के मद्देनजर पूरी तैयारी की गई थी। यहां भी सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मियों की टीम तैनात रही। इसके अलावा निजी सुरक्षाकर्मी भी काफी संख्या में तैनात किए गए थे।
पंचमुखी महावीर मंदिर में सुबह से लगी कतार
इसी तरह पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित पंचमुखी महावीर मंदिर में सुबह चार बजे से पूजा शुरू हुई। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मनोज कुमार के अनुसार यहां पर राजधानी के कोने-कोने से श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आए थे। पिछले साल की तुलना में अधिक लोग आए। उन्होंने इसके पीछे रामनवमी के शनिवार को होना बताया। कहा कि शनिवार को रामनवमी के पड़ने से इसकी महत्ता बढ़ गई थी।
बेली रोड मंदिर में भी विशेष तैयारी
बेली रोड स्थित विशाल महावीर मंदिर में भी रामनवमी के मद्देनजर भव्य तैयारी की गई थी। यहां पर भी काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने को आए। मंदिर प्रबंधन की ओर से भी इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। यहां पर भी श्रद्धालुओं के लिए नैवेद्यम की व्यवस्था की गई थी।
पटना में 40 भव्य शोभा यात्राएं
इधर श्रीश्री रामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति की ओर से पटना में विभिन्न जगहों से शोभा यात्राएं निकाली गर्इं। शहर में तीन दर्जन से अधिक जगहों से निकलने वाली शोभायात्राओं के स्वागत और सम्मान के लिए डाकबंगला चौराहे पर व्यवस्था की गई थी। डाकबंगला चौराहे पर समिति की ओर से विशाल मंच बनाया गया था। इसके इर्द-गिर्द के इलाकों को भव्य तरीके से सजाया गया था। चौराहे पर शंख, डमरू, भजन, तोरण द्वार, कटआउट, लाइट और बेहतर संगीत की व्यवस्था की गई थी। रात में तो इसकी सजावट देखते ही बन रही थी।
शोभायात्राओं के लिए तय रूट: रामनवमी पर निकलने वाली शोभायात्राएं चार विभिन्न स्थानों में होकर गुजरते हुए डाकबंगला चौराहा तक पहुंचीं। वे रेडियो स्टेशन, कोतवाली थाना, एक्जीबिशन रोड के साथ डाकबंगला चौराहा से महावीर मंदिर तक गयीं। है। सभी शोभायात्राओं को अभिनंदन समिति की ओर से प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गयाा ।
उधर पटना के बुद्धमार्ग स्थित श्री साईं बाबा सेवा संस्थान की ओर से श्री साईं नाथ महाराज की 17वीं भव्य शोभा यात्रा साईं मन्दिर लोदीपुर से प्रारम्भ हुई। संस्थान कार्यकारिणी द्वारा महाआरती की गई। शोभा यात्रा नगर के प्रमुख मार्ग गांधी मैदान, फ्रेजर रोड, डाक बंगला चौराहा होते हुए महावीर मंदिर परिसर तक गयी। यात्रा के दौरान साईं भक्तों ने डांडिया एवं मनोरम भक्तिमय नाच गाना प्रस्तुत किया। इस शोभा यात्रा का नेतृत्व अध्यक्ष देव प्रकाश सिंह एवं सचिव विजय कुमार राय ने किया।
रामायण के कालखंड आकर्षण के केंद्र: रामनवमी के मौके पर लोगों को अद्भुत नजारा दिखाने के लिए चंदननगर (कोलकाता) के कारीगर विद्युत सजावट का काम किया था। कलाकारों द्वारा 12 तोरण-द्वार बनाए गए थे। जिन पर रामायण के कालखंड के प्रमुख दृश्यों को दिखाया गया। झांकी में रामायण की चौपाई और श्लोक थे।
डाकबंगला चौराहे पर भक्ति गीतों की प्रस्तुति: कार्यक्रम के दौरान भक्ति गीतों से शहर को सराबोर करने के लिए शहर के वरिष्ठ लोक गायक सत्येंद्र कुमार संगीत व उनकी टीम की ओर से भक्ति गीतों को प्रस्तुत किया। जगह-जगह पर लोगों को पानी और शरबत दिए गये। इसके लिए बाजाप्ता स्टॉल लगाए गए थे।