दिल्ली पुलिस का साइबर सेल एक हफ्ते से बिहार में जमाए था डेरा, आखिरकार गिरफ्त में आपदा के हैवान
Bihar Crime साइबर ठग कोविड संक्रमित गंभीर मरीजों के स्वजनों की मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे। नालंदा पुलिस व दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने ऑनलाइन ठगी करने वाले चार बदमाशों को रविवार को गिरफ्तार किया है।
बिहारशरीफ, जागरण संवाददाता। साइबर ठगों ने कोरोना वायरस महामारी की आपदा को अवसर बना लिया है। वे कोरोना का कहर झेल रहे लोगों को और अधिक परेशान करने में शर्म भी नहीं महसूस करते। साइबर ठग कोविड संक्रमित गंभीर मरीजों के स्वजनों की मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे। नालंदा पुलिस व दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर दिलाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले चार बदमाशों को रविवार को गिरफ्तार किया है। ये सभी दिल्ली आदि जगहों पर मजबूर लोगों से ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर पचास हजार से एक लाख रुपये तक वसूल रहे थे।
नालंदा पुलिस व दिल्ली पुलिस के साइबर सेल की संयुक्त कार्रवाई
पकड़े गए बदमाशों के पास से 13 एटीएम, 19 हजार 500 रुपये नकद, एक लैपटॉप व नौ मोबाइल जब्त किए गए हैं। गिरफ्तार बदमाशों में नालंदा जिले के बिहार थाना क्षेत्र के नरसलीगंज निवासी मिथिलेश कुमार, दीपनगर थाना क्षेत्र के बिजवनपर निवासी दीपक कुमार, बिहार थाना क्षेत्र के महलपर निवासी श्रवण माली व शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय निवासी पंकज कुमार शामिल हैं।
एसपी ने बताया इंटरनेट मीडिया के सहारे चल रहा धंधा
एसपी एस हरि प्रसाथ ने बताया कि कोरोना की इस आपदा में भी कुछ लोग परेशान लोगों को ठगने और रुपए ऐंठने से बाज नहीं आ रहे। सोशल मीडिया पर इसके लिए बकायदा फेसबुक पेज, वाट्सएप ग्रुप और ग्रॉफिक मैसेज वायरल किए जा रहे हैं। मजबूर लोग उनके झांसे में आकर ऑक्सीजन व जीवनरक्षक दवाओं की उम्मीद लगाकर रुपए भेज दे रहे हैं। ठगी का ये खेल इंटरनेट मीडिया पर खूब चल रहा है।
एक सप्ताह से नालंदा में थी दिल्ली पुलिस की टीम
एसपी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की टीम पिछले एक सप्ताह से नालंदा में कैंप कर रही थी। दिल्ली पुलिस के साथ नालंदा पुलिस की विशेष टीम रही। पुलिस टीम गिरफ्तार किए गए सभी बदमाशों को लेकर दिल्ली लेकर जाएगी।