आसमान से बरसी मौत: बिहार में वज्रपात से 24 घंटे के अंदर 37 लोगों की गई जान
बिहार में बुधवार को भी आसमान से मौत बरसी। कई जिलों में वज्रपात कहर बनकर टूटा। 24 घंटे के अंदर राज्य में वज्रपात से कोहराम मच गया। 37 लोगों की जान चली गई। पूरी जानकारी इस खबर में।
पटना [जागरण टीम]। बिहार में बुधवार को भी आसमान से मौत बरसी। 24 घंटे के अंदर विभिन्न जिलों में 37 लोगों की मौत हो गई है। मंगलवार की दोपहर से बुधवार की सुबह तक रुक-रुक कर वज्रपात होता रहा। बुधवार की सुबह वज्रपात से मोतिहारी में पांच लोगों की मौत हो गई, वहीं आज ही जहानाबाद में भी दो लोगाें की जान जाने की खबर है। मृतकों में सर्वाधिक जमुई जिले के हैं। जमुई में आठ लोगों की मौत हो गई है। जबकि, औरंगाबाद में भी सात लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा बांका, नालंदा, भागलपुर, मुंगेर, जहानाबाद आदि जिलों में व्रजपात से मौत हुई है। प्रशासन ने भी वज्रपात को लेकर लोगों को अलर्ट कर दिया है। बता दें कि 20 जुलाई को भी बिहार में 11 लोगों की मौत हुई थी। इसमें नवादा में ही एक साथ आठ बच्चों की जान चली गई थी।
मोतिहारी में बुधवार को पांच लोगों की मौत
पूर्वी चंपारण के मुफस्सिल थाना अंतर्गत पटपरिया और अरेराज अनुमंडल के मलाही में घर पर वज्रपात (ठनका) गिरा है। कोटवा के दीपऊ धांगड़ टोली और अरेराज के सरेया में धान की रोपनी करने गए दो लोग वज्रपात के शिकार हुए। पटपरिया गांव में स्व. काशी साह के घर में सबकुछ सामान्य था। इसी बीच तेज बारिश के बीच अचानक से घर पर ठनका गिरा। इसमें दादी मराछो देवी और पोती निभा कुमारी की मौत मौके पर ही हो गई। वहीं कोटवा थानाक्षेत्र के टलवा गांव में धान की रोपनी करने के दौरान ठनका गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई। मरनेवाले मजदूर की पहचान दीपउ धांगड़ टोला निवासी राजेंद्र धांगड़ (40) के रूप में की गई है। वहीं घायल महिलाओं में योगी धांगड़ की पत्नी समितिया देवी और सिंगासन धांगड़ की पत्नी शांति देवी शामिल हैं। दूसरी ओर, अरेराज प्रखंड के सरेया गांव में रोपनी करने गए इसी गांव के युवक लोरिक पासवान के पुत्र राजू पासवान की मौत ठनका गिरने से हो गई। वे बुधवार की सुबह खेत में धन रोपने के लिए गए थे। इसी बीच वह वज्रपात की चपेट में आ गए।
जहानाबाद में दो महिलाएं वज्रपात की चपेट में
जहानाबाद के वंशी प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को अलग-अलग घटनाओं में वज्रपात के कारण दो महिलाओं की मौत हो गई। दोनों ही महिला मजदूरी कर अपने तथा अपने परिवार का जीवन यापन कर रही थी। पहली घटना वंशी प्रखंड के कुर्था थाना क्षेत्र के गोविंवदपुर गांव में घटी। बधार से काम कर घर वापस लौट रही रामसुभग सिंह की 35 वर्षीया पत्नी भवानी देवी वज्रपात की चपेट में आ गई। इसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी घटना वंशी प्रखंड मुख्यालय में घटी। वहां उपेंद्र पासवान की पत्नी बृजा देवी 45 वर्ष की मौत वज्रपात के कारण हो गई।
जमुई में सर्वाधिक आठ की मौत
जानकारी के अनुसार, जमुई में मंगलवार को अलग-अलग जगहों पर व्रजपात से आठ लोगों की मौत हो गई। छह लोग झुलसे गए हैं। झुलसे हुए लोगोंं का इलाज नजदीकी अस्पताल में किया जा रहा है। मरने वालों में एक महिला भी शामिल है।
औरंगाबाद में सात की गई जान
जमुई के बाद वज्रपात का सबसे अधिक कहर औरंगाबाद में टूटा। जिले में मंगलवार को हुई बारिश के दौरान वज्रपात से सात ग्रामीणों की मौत हो गई। शाम में ठनका गिरने का सिलसिला प्रारंभ हुआ और मरने वाले ग्रामीणों की सूचना मिलती रही। रफीगंज में वायरलेश टावर पर ठनका गिरा तो अफरातफरी मच गई।
बांका, भागलपुर, नालंदा व सासाराम में 11 की मौत
बांका में व्रजपात से अलग-अलग स्थानों पर पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग झुलस गए हैं। इसके अलावा भागलपुर, नालंदा व सासाराम में दो-दो लोगों की मौत वज्रपात से हो गई है। भागलपुर के रंगरा थाना क्षेत्र में वज्रपात से मौत की सूचना है। बताया जाता है कि भीम दास टोला में ठनका की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मुंगेर, कटिहार व अरवल में एक-एक व्यक्ति की मौत
मुंगेर में भी एक बच्चे की मौत हो गई है। घटना संग्रामपुर थाना क्षेत्र में हुई है। कटिहार व अरवल में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है।