पी शराब, लगाई कुश्ती की शर्त और लड़कर मर गए, जानिए पूरा मामला
शराब पीने के बाद दो लोग खेत में कुश्ती लड़ने लगे। आधे घंटे तक उठापटक के बीच एक युवक को दूसरे ने सिर के बल पटक दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
नवादा [जेएनएन]। बिहार के नवादा जिले के नक्सल प्रभावित सिरदला थाना क्षेत्र के भीतिया गांव में शराब के नशे में कुश्ती का दांव आजमाने के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना बीते सप्ताह की है। दबी जुबान ग्रामीण घटना की तस्दीक करते हैं, जबकि थानाध्यक्ष राजकुमार ने कोई जानकारी देने से इन्कार किया है।
बताया जाता है कि शराब पीने के दौरान बाले सिंह भोक्ता व सुभाष मांझी के बीच कौन ताकतवर है, इसे लेकर शर्त लगी और फिर दोनों आलू के खेत में कूदकर कुश्ती लडऩे लगे। आधे घंटे तक उठापटक के बीच बाले ने सुभाष को सिर के बल पटक दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। खबर फैली तो ग्रामीण पहुंचे और मिल-बैठकर मामले को वहीं निपटा दिया। बिना पुलिस को सूचना दिए शव का अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट पर कर दिया गया।
वैसे, दबी जुबान गांव वाले कहते हैं कि दंगल के नाम पर पुरानी दुश्मनी को लेकर सुभाष की हत्या की गई। लोग बताते हैं कि घटना के बाद गांव में शराब बेचने वाले पांच लोगों पर पांच-पांच हजार रुपये, कुश्ती देखने वाले पर एक हजार रुपये और महुआ शराब के सात भट्ठी संचालकों पर दस-दस हजार रुपये का जुर्माना के साथ मामले को रफा-दफा किया गया है।
बता दें कि थाने से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव में महुआ शराब का निर्माण और बिक्री होती है। जंगल व पहाड़ के समीप रहने के कारण पुलिस आसानी से गांव में नहीं पहुंच पाती है। गांव में नौ महुआ शराब की भठ्ठी संचालित हैं। सुभाष की मौत से उसके चार बच्चों, पत्नी और व वृद्ध मां-पिता का सहारा छिन गया है। घटना के नौ दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस और प्रशासन ने इन लोगों की कोई सुध नहीं ली है।