मुनव्वर राणा की बेटी फौजिया पहुंचीं बिहार, कहा- NRC से देश में किसी का भी भला नहीं
सीएए एनआरसी एनआरपी जैसे मुद्दे अभी बिहार में गरमाए हुए हैं। इसे लेकर बुधवार को मुनव्वर राणा की बेटी फौजिया राणा बिहार के किशनगंज पहुंची। मुस्लिम महिलाओं के धरने में शामिल हुईं।
किशनगंज, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NRP) जैसे मुद्दे अभी बिहार में गरमाए हुए हैं। इसे लेकर बुधवार को देश के ख्यातिलब्ध शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) की बेटी फौजिया राणा (Fauzia Rana) बिहार के किशनगंज पहुंचीं। वे मुस्लिम महिलाओं के धरने में शामिल हुईं। कहा- एनआरसी से देश के किसी भी व्यक्ति का भला होने वाला नहीं है। बता दें कि फौजिया राणा बिहार का पिछले माह से ही दौरा कर रही हैं। पिछले माह बिहार शरीफ व भागलपुर भी आई थीं तथा सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में मुस्लिम महिलाओं के धरने में शामिल हुईं।
सीमांचल के किशनगंज शहर में चूड़ीपट्टी स्थित मजार चौक पर 'संविधान बचाओ-देश बचाओ' कमेटी के बैनर तले सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन का बुधवार को 50 वां दिन था। बुधवार को इसे समर्थन देने मशहूर शायर मुनव्वर राणा की बेटी फौजिया राणा भी पहुंचीं।
उन्होंने कहा कि सरकार को देश की बेरोजगारी के बारे में सोचने की जरूरत है। एनआरसी से किसी का भला नहीं होगा। हमें सीएए पर कुछ टिप्पणी नहीं करनीं है, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने कहा कि हम सबको सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना है। सर्वोच्च न्यायालय जो फैसला सुनाएगी, उसे हम स्वीकार करेंगे। हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है, लेकिन इतना सच है कि एनआरसी से देश में किसी का भला होने वाला नहीं है।
गौरतलब है कि किशनगंज में मुस्लिम महिलाओं के इस धरना कार्यक्रम में अब तक कई महत्वपूर्ण शख्सियत शामिल हो चुके हैं। बुधवार को जहां फौजिया राणा शामिल हुईं, वहीं इसके पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व सांसद पप्पू यादव, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता महमूद प्राचा, भानू प्रताप सिंह, गुजरात के नेता जिगनेश मेवानी, सुफियान प्रतापगढ़ी, लदीदा फरजाना, अफज़ल इमाम, देव देसाई, गीता कुमारी, शंभु यादव समेत अनेक लोग शामिल हो चुके हैं। दिल्ली के शाहीन बाग के तर्ज पर किशनगंज में भी मुस्लिम महिलाओं का धरना जारी है।