पिता की शहादत के बदले बेटी को चाहिए सौ आतंकियों के सिर, जानिए
श्रीनगर में शहीद बीएसएफ के एएसआइ ब्रजकिशोर यादव की बेटी ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वह सौ पाक आतंकियों के सिर काटकर देश लाए। यही उसके पिता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पटना [जेएनएन]। बिहार के भागलपुर के मूल निवासी तथा श्रीनगर एयरपोर्ट के पास बीएसएफ कैंप पर आतंकियों के हमले में शहीद हुए एएसआइ ब्रजकिशोर यादव की बेटी सुषमा ने कहा कि उसे पिता की शहादत पर गर्व है। कहा कि पापा देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए, इसलिए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि तब होगी, जब भारत सरकार सौ से अधिक पाकिस्तानी आतंकियों के सिर काटकर देश में लाएगी।
सुषमा ने बताया कि उसके पिता मूल रूप से भागलपुर के पीरपैंती स्थित कमलचक के निवासी थे, हालांकि उन्होंने साहेबगंज में भी घर बनाया है। मंगलवार को वह साहेबगंज के अपने घर पर मां के साथ थी कि पिता की शहादत की खबर मिली।
सुषमा ने बताया कि उसकी पिता से अंतिम बात सामवार की रात में हुई थी। उन्होंने छठ पर्व में 17 नवंबर को घर आने का वादा किया था। सुषमा ने बताया कि अब बुधवार को उनका पार्थिव शरीर कमलचक गांव लाया जा रहा है।
10 वर्ष से थे श्रीनगर में थे तैनात
विदित हो कि ब्रजकिशोर यादव 1987 में सेना में भर्जी हुए थे। वे छह भाइयों में सबसे छोटे थे। राजस्थान में लंबे समय तक तैनाती के बाद करीब 10 साल पहले उनकी पोस्टिंग श्रीनगर में हुई।
भागलपुर के रहने वाले थे ब्रजकिशोर
ब्रजकिशोर मूल रूप से बिहार के भागलपुर के बाराहाट इशापुर थाना क्षेत्र के कमलचक गांव के रहनेवाले थे। उनकी शहादत से गांव में मातम पसर गया है। गांव के इस सपूत की शहादत से लोगों में गर्व, मातम व आक्रोश के मिले-जुले भाव हैं।
बीएसएफ से परिवार का पुराना नाता
शहीद ब्रजकिशोर कुल आठ भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। इनके छह भाई व दो बहनें हैं। उनके बड़े भाई राजकिशोर यादव भी बीएसएफ में ही एएसआइ हैं। वे राजस्थान में तैनात हैं। उनकी दो बेटियों संध्या और सुषमा में संध्या की शादी हो चुकी है, जबकि भागलपुर में एसएम कॉलेज में पढ़ रही सुषमा की शादी इसी साल हाने वाली थीे। ब्रजकिशोर यादव को बेटा अभिषेक किशोर रंजन है।