दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में धांधली, वीसी को राज्यपाल ने किया बर्खास्त
कामेश्वर सिंह दरभंगा विश्वविद्यालय के कुलपति को आज राज्यपाल ने बर्खास्त कर दिया है। उनपर फर्जी कागजातों के आधार पर वीसी बनने और वित्तीय अनियमितता और अवैध बहाली के आरोप हैंं।
पटना [वेब डेस्क]। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. देवनारायण झा को आज बर्खास्त कर दिया गया है। राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उनकी बर्खास्तगी पर आज मुहर लगा दी है। उनपर फर्जी कागजातों के आधार पर वीसी बनने और वित्तीय अनियमितता और अवैध बहाली में संलिप्तता के आरोप लगे हैं।
इससे पहले राजभवन की चार सदस्यीय टीम 27 जून को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंची थी और मामले की तहकीकात की थी। सूत्रों के अनुसार टीम ने कुलपति डॉ. देवनारायण झा के खिलाफ वित्तीय अनियमितता और अवैध बहाली में संलिप्तता के आरोपों की जांच की।
राजभवन की जांच टीम में विश्वविद्यालय निरीक्षक भैरो सिंह, अतिरिक्त सचिव उमाकांत चौबे, प्रशाखा पदाधिकारी मोहम्मद शाहिद अली खां और सहायक कलीम खां शामिल थे। टीम के सदस्यों ने जांच के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था। उसके बाद टीम ने जांच की रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपा था। राज्यपाल ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए कुलपति को बर्खास्त कर दिया।
गौरतलब है कि ब्राह्मण चेतना परिषद बिहार और सहजानंद शोध संस्थान, पटना के सदस्यों ने कुलपति के खिलाफ वित्तीय अनियमितता और अवैध बहाली से संबंधित आरोप लगाए थे। काफी दिनोें से यह मामला जांच के घेरे में था।