RJD में लालू का डैमेज कंट्रोल दो दिनों में फ्लॉप, रघुवंश-जगदानंद की जंग का नया एडिशन शुरू
आरजेडी में डैमेज कंट्रोल में जुटे लालू यादव को यह नया झटका है। पार्टी में रघुवंश प्रसाद सिंह तथा जगदानंद सिंह की लड़ाई का अंदाज बदल गया है।
पटना, स्टेट ब्यूरो। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दो शीर्ष नेताओं रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) तथा जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। गत शनिवार को पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने बीच-बचाव की कोशिश की। रघुवंश जब मिलने पहुंचे तब समझाया। रांची से संदेशा भी भिजवाया। मामला आगे बढ़ा, लेकिन दोनों के बीच दशकों से जारी सियासी प्रतिद्वंद्विता पूरी तरह खत्म नहीं हो पाई। अब गतिरोध-प्रतिरोध का तरीका बदल गया है।
सियासी गतिरोध का अगला संस्करण शुरू
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के हस्तक्षेप के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को प्रदेश कार्यालय में बुलाकर सम्मानपूर्वक बात की। उनकी मांगों पर सहमति जताई। प्रत्यक्ष तौर पर माना गया कि दोनों नेताओं में सहमति बन गई है। किंतु हकीकत में यह दोनों के बीच सियासी गतिरोध का अगला संस्करण है।
कुछ मांगों को माना, कुछ को तर्कों के साथ किया खारिज
दरअसल, रघुवंश ने जिन-जिन मसलों का उल्लेख करते हुए लालू प्रसाद को पत्र लिखा था और उसकी कॉपी प्रदेश अध्यक्ष को भी भेजी थी, उन सारे पर जगदानंद ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। आरजेडी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे (Dr. Ramchandra Purvey) के समय भी रघुवंश ने ये सारे मसले ही उठाए थे। लिहाजा जगदानंद के लिए कुछ भी नया नहीं था। उन्होंने कुछ बातों को मान लिया और कुछ को तर्कों के साथ खारिज कर दिया। जिन मुद्दों को माना, उनकी पूरी रूपरेखा प्रदेश अध्यक्ष ने रघुवंश के सामने रख दी और कह दिया कि मैंने तो पहले से ही तय कर रखा है। इसे रघुवंश के नहले पर जगदानंद का दहला माना जा रहा है।
आठ फरवरी को आरजेडी के जिलाध्यक्षों की बैठक
रघुवंश की पहल पर ग्राम संघर्ष समिति की बात स्वीकार कर ली गई है, जिस पर इसी हफ्ते से पहल होगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के दिल्ली से लौटते ही आठ फरवरी को आरजेडी के जिलाध्यक्षों की बैठक होगी। उसी में कार्यक्रम की रूपरेखा तय होगी कि क्या-क्या करना है। रघुवंश के संघर्ष के बिंदुओं पर विमर्श होगा। कार्यक्रम की घोषणा बाद में होगी।
जेल भरो अभियान का प्रस्ताव किया खारिज
रघुवंश के जेल भरो अभियान के प्रस्ताव को जगदानंद ने यह कहकर खारिज कर दिया कि ऐसा आज के समय में संभव नहीं है। पहले समाजवादी लोग धरना-प्रदर्शन करके जबरन गिरफ्तारी देते थे। किंतु अब ऐसे लोगों की कमी है। कहा जा रहा है कि जगदानंद ने अपनी बात से लालू प्रसाद को भी अवगत करा दिया है, जिसके बाद ही लालू ने रघुवंश को रांची तलब किया था।