साइबर ठग अब अपना रहे नया तरीका, नालंदा के एसपी ने बचने के लिए बताई अहम तरकीब
Cyber Crime in Nalanda नालंदा जिले में साइबर ठग लगातार नए तरीके अपना रहे हैं। इस जिले के ठग पूरे देश के लोगों को अपना शिकार बनाते रहे हैं। नालंदा एसपी ने इनसे बचने के लिए कुछ जरूरी बातें बताई हैं।
बिहारशरीफ, जागरण संवाददाता। Cyber Crime in Bihar: एटीएम फ्राड व फेसबुक फ्राड के बाद अब शातिरों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाया है। लोगों को उनके सिमकार्ड ब्लाक होने के नाम पर साइबर फ्राड फोन कर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। एसपी हरि प्रसाथ एस ने बताया कि मोबाइल सिमकार्ड को बंद करने के मेसेज लोगों को उनके मोबाइल नंबर पर भेजे जा रहे हैं। इस दौरान मेसेज में लिखा जा रहा है कि उनके सिमकार्ड को उनके दस्तावेज पूरे न होने के कारण ब्लाक कर दिया जाएगा। अगर वे अपने सिमकार्ड को चालू रखना चाहते हैं तो मेसेज में दर्शाए गए मोबाइल नंबर पर 24 घंटे में काल करें।
ठगों की ओर से भेजे गए नंबर पर काल करने के बाद दूसरे राज्य से संबंधित व्यक्ति उन्हें अपने मोबाइल में एनी डेस्क को डाउनलोड करने को कह रहे हैं तथा इसके बाद इस ऐप को डाउनलोड होने के बाद आ रहे यूनिक नंबर को साझा करने को कह रहे हैं। वहीं, इस यूनिक नंबर को साझा करने के बाद व्यक्ति का पूरा मोबाइल ठग के कब्जे में होगा और वह किसी भी प्रकार के फ्राड को अंजाम दे सकता है।
क्या है एनी डेस्क
एनी डेस्क एक साफ्टवेयर है, जिस पर किसी भी व्यक्ति के साथ कोड शेयर करने के बाद, संबंधित व्यक्ति के मोबाइल को फ्राड आसानी से खोल सकता है। वहीं, अगर एक बार किसी भी मोबाइल पर एनी डेस्क साफ्टवेयर ओपन हो गया तो साइबर फ्राड संबंधित मोबाइल के एसएमएस और चैट से लेकर अन्य पूरी जानकारी को चुरा सकता है और कई प्रकार के फ्राड को अंजाम दे सकता है।
नालंदा पुलिस के फेसबुक पेज पर एसपी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि लोगों को समय-समय पर ऐसे ठगी के तरीकों के बारे में जागरूक करते रहते हैं। लोगों को खुद भी जागरूक होकर इस तरह से आने वाली काल्स और मेसेज को अनदेखा करना चाहिए, ताकि वे किसी भी प्रकार की ठगी से बच सकें।