साइबर ठग बोला- आप किस्मत वाले हो कि आपके खाते में रुपए ही कम थे, बक्सर में पैथोलॉजी संचालक को लगा चूना
गूगल-पे खाते में मौजूद 555 रुपए गायब हो गए। दोबारा उस नंबर पर कॉल करने पर जवाब मिला कि आप किस्मत वाले हैं कि आपके खाते में इतने कम पैसे थे। बताया जा रहा है कि साइबर ठग इस तरह से जिले में कइयों को चूना लगा चुका है।
बक्सर, जागरण संवाददाता। कोरोना आपदा को अवसर बनाने में साइबर ठग भी पीछे नहीं हैं। शहर में ऐसे कई मामले हुए हैं, जिसमें फौजी बनकर दवा या जांच कराने के नाम पर कॉल करते हैं और ऑनलाइन पेमेंट करने के नाम पर खाते से पैसे उड़ा लेते हैं। ऐसा ही एक मामला नई बाजार स्थित कंप्यूटराइज्ड पैथोलैब के साथ हुआ। हालांकि, गूगल पे एकाउंट में कम पैसे होने के कारण साइबर ठग के हाथ केवल 555 रुपये ही लगे।
इस संबंध में लैब के संचालक हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि शनिवार की सुबह एक मोबाइल नंबर से किसी ने खुद को फौजी बताते हुए कोरोना का हवाला अपने परिवार के 10 सदस्यों की फुल बॉडी जांच कराने की इच्छा जताई। खुद को महात्मा गांधी नगर का निवासी बताते हुए उसने लैब टेक्निशियन को सैंपल लेने के लिए भेजने का अनुरोध किया।
10 सदस्यों का फुल बॉडी जांच का शुल्क 14 हजार रुपये बताए जाने पर उसने गूगल पे से राशि भेजने की बात कहते हुए नंबर मांगा। संचालक ने गूगल पे चलाने वाली अपनी भतीजी का नंबर दे दिया। इसके बाद फौजी बन कर बात कर रहे ठग ने भतीजी को एक लिंक भेजा और बोला कि वह पांच रुपये इस पर भेजें, जिससे वह चेक कर सके कि खाते से लेनदेन हो रहा है या नहीं। लिंक पर पैसा भेजते ही पहले पांच रुपये कटे और उसके बाद गूगल-पे खाते में मौजूद 555 रुपए गायब हो गए।
जब दोबारा उस नंबर पर कॉल किया गया तो उधर से जवाब मिला कि आप किस्मत वाले हैं कि आपके खाते में इतने कम पैसे थे। बताया जा रहा है कि साइबर ठग इस तरह से जिले में कइयों को चूना लगा चुका है। साइबर एक्सपर्ट कुणाल मिश्रा का कहना है कि ऑनलाइन लेनदेन में कभी कोई लिंक भेज उस पर क्लिक करने को कहता है तो ऐसा बिल्कुल नहीं करें।