तीन-तीन हत्याएं करने निकला 'साधु' चार गुर्गो के साथ दबोचा गया
राजधानी पटना और जहानाबाद जिले में तीन-तीन हत्याएं होने वाली थीं, जो पुलिस महकमे मे भूचाल ला देतीं।
पटना । राजधानी पटना और जहानाबाद जिले में तीन-तीन हत्याएं होने वाली थीं, जो पुलिस महकमे में भूचाल ला देतीं। दो कैश लूट की भी साजिश रची गई थी। दिन, तारीख और समय सब तय था। गिरोह का सरगना साधु चार गुर्गो के साथ मंगलवार को गौरीचक के लखना में युवक की हत्या करने के लिए निकला ही था कि रास्ते में पुलिस ने उसे दबोच लिया। साधु के साथ शूटर प्रह्लाद, हीरा और रविकांत को भी पुलिस ने पकड़ लिया। साथ ही हत्या की प्लानिंग करने वाला राजेश भी दबोच लिया गया। तलाशी के क्रम में उनके पास से दो पिस्तौल और जिंदा कारतूस मिले।
सिटी एसी (पूर्वी) राजेंद्र कुमार भील ने बताया कि जहानाबाद का रहने वाला साधु 2008 से नक्सली संगठन एमसीसी का सक्रिय सदस्य है। वह गया, जहानाबाद और पटना के गोपालपुर एवं गौरीचक इलाके में लूट और हत्या की दर्जनभर घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
: ऐसे गिरफ्त में आया गिरोह :
सिटी एसपी ने जेल से छूटे बदमाशों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर रखा था। इसी क्रम में जानकारी मिली कि गौरीचक के लखना गांव में एक युवक की हत्या की साजिश रची जा रही है। जहानाबाद से शूटर आने वाले हैं। इसके बाद सदर एएसपी सुशांत कुमार सरोज, गौरीचक थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी, विशेष सेल के दारोगा विनय प्रकाश एवं राजेश कुमार तथा एएसआइ कुमार गौरव की टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी अनुसंधान से सोमवार की रात विभिन्न इलाकों से साधु और उसके गुर्गो को दबोच लिया।
: सुपारी में मिलती दो कट्ठा जमीन :
लखना में जिस युवक को मौत के घाट उतारने की साजिश थी, उसके बड़ा भाई की पहले ही हत्या हो चुकी है। मंझला भाई पंजाब में रहता है। वह छोटे भाई की जमीन हड़पना चाहता था, इसलिए उसने राजेश के जरिए साधु गिरोह से संपर्क किया। सुपारी में भाई के हिस्से की दो कट्ठा जमीन लिखने का वायदा किया था। बुधवार तड़के घर में घुसकर हत्या करनी थी।
प्रेम प्रसंग में मारा जाता विकास :
साधु ने दीघा थाना क्षेत्र में बाटा फैक्ट्री के समीप विकास नामक युवक की हत्या की सुपारी ली थी। विकास एक लड़की से प्रेम करता है। लड़की के परिजनों ने दो लाख रुपये की सुपारी दी थी। 50 हजार रुपये एडवांस भी दे दिया था। प्लानिंग थी कि पुलिस जब लखना में युवक की हत्या में उलझी रहती, तभी वे दीघा में वारदात को अंजाम देते। ठीक अगले दिन दीदारगंज थाना फोरलेन पर दवा कारोबारी से तीन लाख रुपए लूटने की तैयारी की गई थी। ताबड़तोड़ तीन घटनाओं को अंजाम देने के बाद साधु और उसके गुर्गे जहानाबाद चले जाते। वहां शकूराबाद में ठिकाना बना रखा था।
जहानाबाद कोर्ट में करते साथी की हत्या :
साधु गिरोह ने कुछ दिन पहले गया के बेलागंज और जहानाबाद के शकूराबाद में बाईपास स्थित पेट्रोल पंपों को लूटने की प्लानिंग की थी। जब वे शकूराबाद पेट्रोल पंप लूटने जा रहे थे, तभी पुलिस ने घेर लिया। इस दौरान तीजू यादव पकड़ा गया था। उसने गिरोह के सभी लोगों के नाम उगल दिए थे। इसी खीझ में साधु उसकी हत्या करने वाला था। जहानाबाद कोर्ट में पेशी के दौरान गोली मारकर उसे मौत की नींद सुला दी जाती। इसके अलावा दूसरे इलाके में शेख अंसारी व एक अन्य की हत्या की साजिश रची गई थी। जहानाबाद के पंजाब नेशनल बैंक की कैश वैन लूटने के लिए भी प्रह्लाद और रविकांत ने बाइक से रेकी कर ली थी। उनसे पूछताछ में बेलागंज में रघुनंदन यादव को गोली मारकर घायल करने की गुत्थी भी सुलझ गई। रघुनंदन के दामाद ने ही उसकी हत्या के लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी थी। गोली लगने के बावजूद वह बच गया था।