मास्टर माइंड की थीं तीन प्रेमिकाएं, गिरोह चलाने के लिए केवल दो पर करता था भरोसा Patna News
दीघा-आशियाना रोड पर स्थित पंचवटी रत्नालय ज्वेलर्स में लूट मामले का मुख्य आरोपित रवि आशिक मिजाज था। उसकी तीन प्रेमिकाएं हैं। हर वारदात के बाद वो अगल-अलग के पास जाता था।
By Edited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 01:40 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 11:01 AM (IST)
पटना, जेएनएन। दीघा-आशियाना रोड पर स्थित पंचवटी रत्नालय ज्वेलर्स में डाला डालने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड रवि पेशेंट उर्फ रवि कुमार की एक नहीं बल्कि तीन प्रेमिकाएं हैं। वह अपने गिरोह में सिर्फ सिपू और विकास कुमार पर ही भरोसा करता था। हर वारदात के बाद वह अपनी तीनों में किसी एक प्रेमिका के घर शरण लेता था।
एसआइटी के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार के बाद डकैती के सवा करोड़ के जेवर के साथ छह लाख 30 हजार कैश भी बरामद हुआ था। रवि ने लूट के बाद कुछ सोना बेच दिया था, कैश उसी जेवर का था। रवि, सिपू और विकास ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि डकैती के दौरान उसके गिरोह ने सिर्फ आभूषण लूटे थे न कि कैश। लूट का आधा सोना था रवि के पास गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में रवि ने बताया कि डकैती के बाद लूट का आधा आभूषण उसने खुद रख लिया।
इसमें सिपू और विकास का भी हिस्सा था। इन्हीं दोनों पर उसे विश्वास था, जिसकी वजह से वह लूट का सोना सिपू के घर रख दिया था। इसकी जानकारी भी बस इन्हीं तीनों को थी। पुलिस की मानें तो धनबाद और वैशाली के हर एक बदमाश के हिस्से में दो से तीन सौ ग्राम सोना आया था। फिलहाल पुलिस बाकी के फरार सात बदमाशों की तलाश में जुटी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सोना कितना था और दुकान से अगर कैश लूटा गया था तो वह किसके पास है।
एसआइटी के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार के बाद डकैती के सवा करोड़ के जेवर के साथ छह लाख 30 हजार कैश भी बरामद हुआ था। रवि ने लूट के बाद कुछ सोना बेच दिया था, कैश उसी जेवर का था। रवि, सिपू और विकास ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि डकैती के दौरान उसके गिरोह ने सिर्फ आभूषण लूटे थे न कि कैश। लूट का आधा सोना था रवि के पास गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में रवि ने बताया कि डकैती के बाद लूट का आधा आभूषण उसने खुद रख लिया।
इसमें सिपू और विकास का भी हिस्सा था। इन्हीं दोनों पर उसे विश्वास था, जिसकी वजह से वह लूट का सोना सिपू के घर रख दिया था। इसकी जानकारी भी बस इन्हीं तीनों को थी। पुलिस की मानें तो धनबाद और वैशाली के हर एक बदमाश के हिस्से में दो से तीन सौ ग्राम सोना आया था। फिलहाल पुलिस बाकी के फरार सात बदमाशों की तलाश में जुटी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सोना कितना था और दुकान से अगर कैश लूटा गया था तो वह किसके पास है।
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