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Crime in Bihar: सॉल्‍वर गैंग के चक्रव्‍यूह को आज तक नहीं भेद पाई पुलिस, बिहार में बैठा है सरगना

देशभर में इंजीनियरिंग नीट एसएससी जैसी परीक्षा में सॉल्वर सेट करने का मास्टरमाइंड है अतुल उसके ठिकाने तक नहीं पहुंच सकी पुलिस पूर्व में सामने आ चुके है कई गिरोह के सरगना का नाम मामला प्रयागराज में एसएससी की परीक्षा में पकड़े गए सॉल्वर गैंग का अधिकांश बिहार के

By Shubh NpathakEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 08:45 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 08:45 AM (IST)
Crime in Bihar: सॉल्‍वर गैंग के चक्रव्‍यूह को आज तक नहीं भेद पाई पुलिस, बिहार में बैठा है सरगना
उत्‍तर प्रदेश में पकड़े गये हैं बिहार के अपराधी। जागरण

पटना, जेएनएन। यूपी के प्रयागराज में एसएससी की परीक्षा के दौरान आठ सॉल्वर को गिरफ्तार किया गया, इनमें अधिकांश बिहार के रहने वाले हैं। लेकिन, इनके सरगना का नाम उजागर नहीं हुआ। ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब बिहार के सॉल्वर पकड़े गए। देश में कहीं भी प्रतियोगी परीक्षा के दौरान अगर सॉल्वर पकड़े जाते है तो उसमें बिहार का कनेक्शन जरूर जुड़ जाता है।

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यूपी एसटीएफ सिपाही भर्ती के बीच पकड़े गये थे बिहार के अपराधी

दो साल पहले भी यूपी एसटीएफ सिपाही भर्ती के दौरान कई सॉल्वर को गिरफ्तार किया। तब सरगना नवीन और राजीव का नाम सामने आया, जो पटना में बैठकर गैंग संचालित कर रहे थे। राजस्थान और दिल्ली में भी गिरोह पकड़ा गया तब चार अन्य का नाम आया, जो नालंदा और पटना के बताये गए। सरगना का नाम पता हाेने के बावजूद यूपी एसटीएफ उन तक नहीं पहुंच सकी। तीन माह पूर्व ही देशभर में इंजीनियरिंग, मेडिकल से लेकर अन्य प्रतियोगी परीक्षा में सॉल्वर सेट करने वाले अतुल वत्स गिरोह का नाम उजागर हुआ था। पुलिस चार को दबोच भी ली, लेकिन अतुल नहीं पकड़ा गया। अतुल का कनेक्शन कई राज्यों के गिरोह से है और पहले भी उसे दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजी थी। इसके खिलाफ हरियाणा, राजस्थान से लेकर बिहार में केस दर्ज है।

सेंटर से लेकर सॉल्वर की सेटिंग के लिए बनी चेन

सेंटर पकड़े गए सॉल्वर से पुलिस कई जानकारियां उगलवा लेती है, लेकिन सरगना का नाम सॉल्वर नहीं बता पाते। सूत्रों की मानें तो अभ्यर्थी की तलाश करना, प्रवेश पत्र से लेकर अन्य दस्तावेज तैयार करना, फिर कोचिंग सेंटरों से सॉल्वर सेट करना, परीक्षा केंद्र पर सेटिंग और परीक्षा में सफलता दिलाने से लेकर नियुक्ति सूची तक पहुंचाने में पांच से अधिक गिरोह काम करते हैं। लेकिन, पूरे गिरोह के एक ही सरगना संचालित करता है। जहां तक सॉल्वर न तो पहुंच पाते है और न ही नाम जानते हैं। ऐसे में अगर कोई सॉल्वर पकड़ा भी गया तो उनके पास भी अधूरी जानकारी होती है।

लाखों रुपये अर्जित कर चुका है अतुल

बोरिंग रोड से सॉल्वर गिरोह के चार लोग पकड़े गए थे। इसमें अतुल के दो करीबी थी। इनके पास से डायरी में कई मेडिकल सहित अन्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के नाम मिले थे। सूत्रों की मानें तो सॉल्वर की सेटिंग करने वाले अतुल मेडिकल में पीजी से लेकर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में अच्छे रैंक दिलाने के नाम सेट अभ्यर्थियों से दस लाख से डेढ़ करोड़ की वसूली करता था। सेटिंग के इस खेल में वह और उसके साथी करोड़ों लाखों रुपये अर्जित कर चुका है।


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