बिहार: बेगूसराय में CPI ने चला नया दांव, तेजस्वी को कन्हैया के लिए कही बड़ी बात
सीपीआई (CPI) बिहार के बेगूसराय में कोई भी रिस्क लेना नहीं चाह रही है। वह हर हाल में अपने उम्मीदवार कन्हैया कुमार की जीत चाहता है। इसे लेकर सीपीआई ने बुधवार को नया दांव चला है।
पटना, राज्य ब्यूरो। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) बेगूसराय में कोई भी रिस्क लेना नहीं चाह रही है। वह हर हाल में अपने उम्मीदवार कन्हैया कुमार की जीत चाहता है। इसे लेकर सीपीआई ने बुधवार को नया दांव चला है। सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से बड़ी अपील कर दी है। उन्होंने बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से अपने उम्मीदवार कन्हैया कुमार के समर्थन में महागठबंधन के उम्मीदवार तनवीर हसन को हटाने की अपील तेजस्वी यादव से की है। बिहार के चुनावी दौरे पर आए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी बुधवार को पटना में अपने पार्टी ऑफिस में मीडिया से बात कर रहे थे।
सीधी लड़ाई का सीपीआई ने किया दावा
उन्होंने दावा किया कि बेगूसराय में सीपीआइ के उम्मीदवार कन्हैया कुमार और एनडीए के उम्मीदवार गिरिराज सिंह के बीच सीधी लड़ाई है। कन्हैया को समाज के हर तबके से अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है। ऐसे में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव से हमारी अपील है कि कन्हैया की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटा लें और सीपीआइ उम्मीदवार को समर्थन दें। इस अवसर पर भाकपा के राष्ट्रीय सचिव एवं राज्यसभा सांसद विनय विश्वम, पार्टी के राज्य कमेटी के मो.जब्बार आलम तथा नागेन्द्रनाथ ओझा मौजूद थे।
कन्हैया के उत्साह बढ़ाने पहुंच रहे हैं सेलिब्रेटी
रेड्डी ने कहा कि कन्हैया कुमार का उत्साह बढ़ाने और समर्थन देने के लिए देश भर से युवा और प्रबुद्ध लोग बेगूसराय में पहुंच रहे हैं। सेलिब्रेटी भी आ रहे हैं और कन्हैया के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। हर जगह कन्हैया को समर्थन मिल रहा है। वहां चुनावी लड़ाई में महागठबंधन के उम्मीदवार तनवीर हसन तीसरे स्थान पर हैं।
माले से आरा में है तालमेल
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले वामपंथी दलों में से केवल भाकपा माले के लिए आरा सीट पर महागठबंधन से तालमेल हुआ। सीपीआइ ने वामपंथी दलों के सभी उम्मीदवारों को पूरा समर्थन दिया है। इसके अतिरिक्त महागठबंधन के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए भी समर्थन दिया है।
पीएम पर भी कसा तंज
उन्होंने दावा किया कि चुनाव बाद केन्द्र से एनडीए सरकार का सफाया तय है। जनता मान चुकी है कि प्रधानमंत्री मोदी जुमलेबाज नेता हैं। भाजपा ने समाज में साम्प्रदायिकता का जहर फैलाने का काम किया है। सेना का राजनीतिक इस्तेमाल करने का प्रयास किया है। भाजपा को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। चुनाव परिणाम के बाद केन्द्र में धर्मनिरपेक्ष दलों की वैकल्पिक सरकार बनाने का पूरा प्रयास करेंगे।