नीतीश मंत्रिमंडल में नहीं शामिल होगी बिहार की ये बड़ी पार्टी, कांग्रेस और दूसरे दल दबाव बनाने में जुटे
Bihar Politics महागठबंधन सरकार में शामिल नहीं होगा बिहार का ये राजनीतिक दल दीपंकर भट्टाचार्य बोले-सरकार का संचालन को कोआर्डिनेशन कमेटी और न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाए सरकार भाजपा पर निशाना साधा बोले-भाजपा को बिहार में जबरदस्त झटका नीतीश के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही थी भाजपा
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Cabinet: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित नई सरकार को कम से कम सात ऐसे राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल है, जिनका प्रतिनिधित्व विधानसभा में है। सरकार में शामिल होने की चाह रखने वाले सभी दल अपने लिए अधिक से अधिक मंत्री पद चाहते हैं। इसको लेकर रस्साकशी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि उन्हें सरकार में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व चाहिए। सरकार का सबसे बड़ा दल होने के कारण राजद को सबसे अधिक मंत्री पद मिलना तय है। इस बीच सरकार को समर्थन दे रही शामिल चौथी सबसे बड़ी पार्टी ने मंत्री पद लेने से इंकार कर दिया है।
भाकपा माले ने की बाहर से समर्थन की घोषणा
भाकपा माले ने बिहार में गठित नई महागठबंधन सरकार में शामिल नहीं होने और बाहर से सरकार का समर्थन करने की घोषणा की है। शनिवार को राज्य कार्य समिति की बैठक में लिये गए फैसले की जानकारी देते हुए पार्टी के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य और राज्य सचिव कुणाल ने पत्रकार सम्मेलन में इसकी घोषणा की।
दीपंकर बोले- महाराष्ट्र का बदला बिहार में लिया
दीपंकर ने भाजपा पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा को बिहार में जबरदस्त झटका लगा है। महाराष्ट्र का बदला बिहार में लिया गया है। यह राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक माडल बनेगा। संविधान व लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ संघर्षशील ताकतों के लिए नई उम्मीद पैदा हुई है। नई सरकार से उम्मीद करते हैं कि जनता की आकांक्षाओं पर खरे होंगे।
भाजपा पर लगाया नीतीश के इस्तेमाल का आरोप
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नीतीश कुमार के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही थी। उन्होंने भाजपा को बिहार में ताकतवर बनाने के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया। दीपंकर ने कहा कि भाजपा को प्रदेश में जो ताकत मिली है उसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। उन्होंने महागठबंधन सरकार का संचालन हेतु एक कोआर्डिनेशन कमेटी गठित करने और एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाकर काम करने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की।
उन्माद व झूठ की राजनीति करती है भाजपा
दीपंकर ने कहा कि महागठबंधन में वह कल भी थे, आज भी हैं और अब महागठबंधन में नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी भी आ गए हैं, सभी का स्वागत है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी किसी विपक्षी सरकार को चलने नहीं देना चाहती। बिहार में भी भाजपा का यही रवैया रहेगा। भाजपा झूठ की राजनीति करती है। भाजपा शासन में नागरिक, समाज व न्यायपूर्ण आंदोलनों के दमन की जो दिशा ली गई है, हम उम्मीद करते हैं कि बिहार की नई सरकार उसके खिलाफ सकारात्मक रुख के साथ आगे बढ़ेगी।
भाजपा द्वारा बिहार को उन्माद-उत्पात की प्रयोगशाला बना देने की साजिशों के खिलाफ नई सरकार प्रभावी प्रशासनिक व विधायी कदम उठाएगी। पत्रकार वार्ता में माले के राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा, राजाराम सिंह, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम एवं उपनेता सत्यदेव राम, मीना तिवारी, केडी यादव, शशि यादव तथा अरुण सिंह शामिल थे।