पाटलिपुत्रा संप हाउस को निगम ने लिया अपने अधीन
पाटलिपुत्रा को-ऑपरेटिव सोसायटी के अधीन चल रहे गोसाईटोला स्थित संप हाउस को निगम ने अपने अधिन लिया।
पटना। पाटलिपुत्रा को-ऑपरेटिव सोसायटी के अधीन चल रहे गोसाईटोला स्थित संप हाउस को नगर निगम ने अपने अधीन लेकर बिहार राज्य जल पार्षद (बीआरजेपी) को अपग्रेड करने के लिए दे दिया है। गुरुवार को नगर आयुक्त अभिषेक सिंह, बीआरजेपी एमडी शीर्षत कपिल अशोक अपने अधिकारियों के साथ संप हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान गंगा टावर एवं इस इलाके के स्लूइस गेट का भी निरीक्षण किया। पिछले वर्ष भी स्लूइस गेट व संप हाउस के माध्यम से गंगा का पानी पाटलिपुत्रा एरिया में घुस गया था। उसी समय नगर निगम की ओर से पाटलिपुत्रा संप हाउस को निगम अपने अधीन लेने का निर्णय लिया गया था। नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने बताया कि जल संसाधन विभाग की ओर से गंगा टावर, पाटलिपुत्रा, सदाकत आश्रम स्लूइस गेट की मरम्मत किया गया है। इसको चेक किया गया है।
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तीन दिन में पूरी होगी पाटलिपुत्रा नाले की उड़ाही
पाटलिपुत्रा नाला की उड़ाही गुरुवार से आरंभ किया गया। बुधवार को नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने इस नाले की उड़ाही अविलंब कराने का निर्देश दिया था। निर्देश के आलोक में नाला की उड़ाही आरंभ की गई है, तीन दिनों के भीतर इसकी उड़ाही करा दी जाएगी।
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जल निकासी के लिए तैयार हुआ बीआरजेपी का पंप
मानसून से पहले बिहार राज्य जल पर्षद का सभी पंप को तैयार करने की कवायद अंतिम चरण में है। बीआरजेपी की ओर शहर में 128 पंप लगाएं गए है। इसमें से 116 चालू हैं, जबकि शेष सभी पंप भी 10 दिनों के भीतर चालू करा दिए जाएंगे। बीआरजेपी एमडी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि राजधानी में 38 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन है। इसके द्वारा पटना को जल जमाव मुक्त कराया जाएगा। पोस्टल पार्क एरिया में जल जमाव न हो इसके लिए अशोक नगर संप हाउस को 10 जून तक चालू करा दिया जाएगा। जबकि संप को चालू होने में तीन महीना लगेगा। संप हाउस के लिए चार इंजीनियर लगाएं गए है। इसके अतिरिक्त पीएचईडी से इंजीनियर मांगे गए है। सभी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों में स्टैंड बॉय में अतिरिक्त एक-एक पंप रखे गए है।