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CorovaVirus: चीन के वुहान की तरह पटना में बनेगा कोरोना अस्पताल, दो दिनों बाद फिर मिला नया मरीज

बिहार में कोरोना के इलाज के लिए स्‍पेशल अस्‍पताल की व्‍यवस्‍था की गई है। राज्‍य में अभी तक संदिग्‍धों का आंकड़ा नौ सौ पार कर गया है। राज्‍य में अभी तक चार पॉजिटिव मामले मिले हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 24 Mar 2020 04:29 PM (IST)Updated: Wed, 25 Mar 2020 12:14 PM (IST)
CorovaVirus: चीन के वुहान की तरह पटना में बनेगा कोरोना अस्पताल, दो दिनों बाद फिर मिला नया मरीज
CorovaVirus: चीन के वुहान की तरह पटना में बनेगा कोरोना अस्पताल, दो दिनों बाद फिर मिला नया मरीज

पटना, जेएनएन। CoronaVirus: बिहार के लिए बड़ी खबर यह है कि बीते रविवार तक तीन मरीज मिलने के बाद मंगलवार को फिर एक नया कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मामला मिला। इस बीच बिहार सरकार ने पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल (NMCH)  को कोरोना स्पेशल अस्पताल (Corona Special Hospital) बनाने का बड़ा फैसला लिया है। एनएमसीएच में अब केवल कोरोना संक्रमित व संदिग्‍ध मरीजों का इलाज होगा। यह अस्‍पताल चीन के वुहान शहर में कोरोना के इलाज के लिए बनाए गए अस्‍पताल की तरह का ही होगा। एनएमसीएच में पहले से भर्ती अन्‍य मरीज पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल (PMCH) में शिफ्ट किए जाएंगे।

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पटना के एनएमसीएच को स्‍पेशल अस्‍पताल का दर्जा

बिहार में कोरोना के बढ़ते संदिग्‍धों को देखते हुए और पॉजिटिव मामलों के सामने आने की आशंका बनी हुई है। शनिवार व रविवार को तीन मामले मिलने के बाद मंगलवार को फिर नया पॉजिटिव मामला समाने आया। इस बीच सरकार ने एहतियातन लॉक डाउन (Lock Down) की घोषणा कर दी है। इसका मकसद है कि लोग घरों में रहें, ताकि संक्रमण (Infection) आगे अन्‍य लोगों में नहीं फैल सके। इस बीच जो भी संक्रमित मिलें, उनका इलाज हो सके। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए ही सरकार ने पटना के एनएमसीएच को स्‍पेशल अस्‍पताल का दर्जा दिया है। इसे सरकार की आगे की तैयारी मान सकते हें।

मंगलवार को राज्य के मुख्य सचिव स्वास्थ्य के प्रधान सचिव के स्तर पर हुई एक बैठक में इस निर्णय पर सहमति बनी। स्वास्थ्य सूत्रों की मानें तो इस अस्पताल को चीन के वुहान शहर में विकसित किए गए अस्पताल के तरह विकसित किया जाएगा। वुहान प्रशासन ने वहां कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक अस्पताल को कोरोना के लिए डेडीकेटेड अस्पताल के रूप में विकसित कर दिया था, जिसमें कोरोना के सभी संक्रमित और संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया था।

बिहार के सर्वाधिक कोरोना संदिग्‍ध गोपालगंज में

बिहार में अभी तक कोरोना के चार संक्रमित मरीज मिले हैं। उनमें एक युवक की मौत पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (AIIMS) में हो गई। खास बात यह रही कि युवक की मौत के बाद उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। इस बीच राज्‍य में मंगलवार की दोपहर तक कोरोना की आशंका होने पर कुल 909 लोगों को सर्विलांस पर लिया जा चुका था। इनमें सर्वाधिक 172 मामले गोपालगंज (Gopalganj) के हैं। सौ मामलों के साथ दूसरे स्‍थान पर पटना (Patna) है। जांच के लिए भेजे गए 192 सैंपल की रिपोर्ट मिले, जिनमें चार पॉजिटिव हैं।

लॉक डाउन को ले सख्‍त कार्रवाई की तैयारी में प्रशासन

बिहार में लॉक डाउन बीते दिन से जारी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की घोषणा के बाद अब यह यह अगले 21 दिनों तक जारी रहेगा। हालांकि, इसे लेकर अभी लोगों में पूरी सजगता नहीं देखी जा रही है। इस कारण प्रशासन अब सख्‍त कार्रवाई की तैयारी में है।


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