CoronaVirus: तेजस्वी ने दी सीएम नीतीश को सलाह- लापरवाही ठीक नहीं, इस जंग में हम हैं आपके साथ
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोरोना वायरस की भयावहता को देखते हुए लापरवाही नहीं बरतने की अपील की और कहा कि इस मुश्किल घड़ी में हम सब आपके साथ हैं।
पटना, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चल रहे लॉकडाउन और बिहार में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसपर अपनी चिन्ता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा है कि मैं एक बार फिर महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में आपको अपना बिना शर्त समर्थन देने को तैयार हूं और आपसे अनुरोध करता हूं कि लोगों की जिन्दगी बचाना पहला काम है फिर आप जितना चाहें भाषण दे दें।
तेजस्वी ने कहा कि अभी पूरे देश के साथ ही बिहार COVID2019 के कहर से जूझ रहा है और कथित रूप से उसके रोकथाम के उपाय शुरू किए गये हैं। लेकिन इन उपायों के बावजूद लगता है कि स्थिति और बिगड़ती जा रही है। राज्य से बाहर बिहारवासी अभी भी फंसे हुए हैं, वो भूखे हैं और भीख माँग रहे हैं। आपके डॉक्टर इस बीमारी से लड़ने में आपका साथ देने को तैयार हैं लेकिन वो अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए पीपीई किट की मांग कर रहे हैं।
वहीं, बिहार सरकार द्वारा दिए गए हेल्पलाइन नंबर या तो कनेक्ट नहीं हो रहे हैं या कनेक्ट हो भी रहे तो रिस्पांस नहीं लिया जा रहा है। गरीब और दिहाड़ी मजदूरों को भोजन और राशन नहीं दिया जा रहा है। डॉक्टरों / नर्सों को पीपीई, एन 95 मास्क नहीं मिल रहे हैं और उनपर कार्रवाई का सामना करने की धमकी दी जाती है। उन्हें अपने वीडियो बनाने और इसे प्रसारित करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
ऐसे समय में भी बिहार सरकार बेवजह अपनी छवि चमकाने और खबरों की हेडलाइन प्रबंधन द्वारा खुद को बचाने की कोशिश कर रही है।जांच किट की अनुपलब्धता के कारण जांच का काम धीमी गति से हो रहा है और परीक्षण के परिणाम सामने आने से पहले ही मरीज मर रहे हैं। सरकार केवल लॉकडाउन लागू करने के लिए परेशान है जैसे कि यह ठीक करने वाली एकमात्र दवा है।
तेजस्वी ने कहा है कि एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में, हमने बिहार सरकार को हरसंभव सहायता की पेशकश की है। हम सरकार और प्रशासन को समस्याओं से अवगत कराते रहे हैं, उन्हें दूर करने के उपाय सुझाते हैं लेकिन वे काफी हद तक अनसुना कर जाते हैं। इस तरह की अपारदर्शिता और शिथिलता के साथ, राज्य सरकार इस महामारी से नहीं लड़ सकती है।
मैं एक बार फिर महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में सीएम नीतीश कुमार को अपना बिना शर्त समर्थन दोहराता हूं और उनसे अनुरोध करता हूं कि वे सार्वजनिक स्वास्थ्य को पहले रखें और बाद में बिहार को संबोधित करें।
इसे सामूहिक रूप से लड़ना होगा और यह एक लंबी लड़ाई होगी। हमारे साथी नागरिकों के जीवन के साथ न खेलें।