CoronaVirus Bihar lockdown Live: 31मार्च तक पूरा बिहार लॉक डाउन, जिलों में दिख रहा मिलाजुला असर
CoronaVirus Bihar Lock Down Live पूरे बिहार को कोरोना के एहतियातन 31 मार्च तक लॉक डाउन कर दिया गया है। लॉक डाउन का मिला-जुला असर अाज सुबह से सभी जिलों में देखने को मिल रहा है।
पटना, जेएनएन। Corona Virus Bihar Lock Down: कोरोना वायरस को लेकर पूरे बिहार को आज सुबह से 31 मार्च तक के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है। इस महामारी (Epidemic) से बचाव के लिए देश के कई राज्यों ने लॉक डाउन का निर्णय लिया है। आज सुबह से पूरे बिहार में लॉक डाउन का मिला जुला असर देखा जा रहा है। हालांकि लॉक डाउन के साथ ही राज्य में इमरजेंसी सेवाएं जारी हैं।
बिहार में लॉकडाउन के पहले दिन राजधानी पटना के मीठापुर बसस्टैंड पर लोगों की काफी भीड़ जमा है। दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचे लोगों की भीड़ बस स्टैंड पर बसों की तलाश में लगी है। बाहर से आए लोगों ने किया बस नहीं मिलने पर हंगामा किया है। बता दें कि लॉक डाउन की वजह से बसें बंद हैं। प्रशासन बाहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। स्पेशल बस के माध्यम से लोगों को भेजा जा रहा है। घर पहुंचने के लिए लोगों के बीच होड़ लगी है। बस की छतों पर बैठकर लोग जाने को तैयार हैं।
अररिया में लॉकआउट का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। बाजारें खुली हुई है। बाजारों में खरीददारी करने लोगों की भीड़ उमड़ गई है। प्रशासन की ओर से 11 बजे के बाद से माइकिंग कर लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। जरूरी कार्य से ही निकलने की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है। निजी वाहन , आॅटा व रिक्शा आदि समान्य दिनों की तरह ही चल रही है। आलू, प्याज व हरी सब्जी की कीमतों में काफी उछाल आ गया है।
लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर भारी भीड़ और लोगों के बीच लापरवाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से गंभीरता से लेने की अपील की है और कहा है कि परिवार को बचाएं और लॉक डाउन के लिए जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य सरकार को नियमों को लेकर सख्ती बरतने की बात कही है।
लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2020
सीतामढ़ी की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस फोर्स घूम-घूम कर दुकाने बंद कराने के लिए कह रही है। टेंपो और दूसरी गाड़ियों को चलने से रोक रही है। इमरजेंसी सेवा बेरोकटोक चालू है। कहीं कोई परेशानी फिलहाल नहीं दिख रही है। अपना अखबार भी सभी सेंटरों तक बेरोकटोक पहुंचा है। एजेंसी के पास अखबार नहीं बचा है।
बाँका में लॉक डाउन को लेकर एसडीओ मनोज चौधरी के नेतृत्व में पुलिस बल सड़क पर उतरे है। एक जगह लोगों की भीड़ को हटाया जा रहा है। सब्जी मंडी में सुबह में भीड़ रही। किराना दुकानों में ग्राहकों की भीड़ है। वाहनों की आवाजाही कम है।
नवादा में दूसरे दिन भी बाजार बंद, प्रशासन द्वारा वाहन पर ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से लोगों से घरों में रहने की अपील किया जा रहा है। हल्की तबीयत खराब होने पर घरों तक मेडिकल सुविधा पहुंचाने की सूचना दी जा रही है। गंभीर मरीजों को ही अस्पताल पहुंचने की अपील भी की जा रही है।
किशनगंज जिले में लॉकडाउन का सुबह कोई खास असर नहीं दिख रहा । आम दिनों की तरह सड़कों पर निजी वाहनों का परिचालन जारी। सब्जी बाजार व मछली बाजार में उमड़ी भीड़।
नालंदा जिले के जिला मुख्यालय और सभी 19 प्रखंड मुख्यालयों में सुबह 8 बजे से हर तरह की दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुल गईं। दो-तीन सौ लोगों का समूह बिहारशरीफ के बाजार समिति प्रांगण में थोक और खुदरा सब्जी ख़रीदते नजर आया। प्रखंड मुख्यालयों में भी यही स्थिति देखी गई।
बिहारशरीफ शहर में 20 फीसद टेम्पो चलने लगे। वैसे नजदीकी प्रखंड रहुई, हरनौत व नूरसराय से टेम्पो परिचालन बंद रहा। लोगों में सजगता का अभाव देख 9 बजे के बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और गैरजरूरी दुकानों को बंद कराया। चाय-पान की दुकानों व चौक-चौराहों पर बेवजह समूह में खड़े लोगों को अपने-अपने घर जाने की नसीहत दी।
वहीं,विजय बाजार में चल रहा था गृह निर्माण, प्रशासन ने करा दिया बंद, काम करने आए मजदूर हो गए बेकार
चंडी बाज़ार में खुली चाय, नाश्ते व मिठाई की दुकानों को पुलिस ने बंद करा दिया है।
क्या होती है लॉक डाउन की प्रक्रिया
सबसे पहले आपको लॉक डाउन जानने की जरूरत है दरअसल लॉक डाउन का मतलब एक ऐसी इमरजेंसी व्यवस्था से होता है जो किसी भी महामारी या फिर आपदा के वक्त शहर में सरकारी तौर पर लागू किया जाता है। लॉक डाउन की स्थिति में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। दवा, अनाज, दूध इत्यादि जरूरत के सामान को खरीदने की छूट दी जाती है। वहीं आम नागरिक सुविधाएं बंद से प्रभावित नहीं होतीं
31 मार्च तक बिहार में लॉक डाउन की स्थिति के दौरान निजी प्रतिष्ठान, निजी कंपनियों के कार्यालय, सार्वजनिक परिवहन सेवा पूर्णता बंद रहेंगे। इसके अलावा सभी जिला मुख्यालय, अनुमंडल और प्रखंड कार्यालय नगर निकायों पर भी ये आदेश लागू रहेगा. इस दौरान जरूरत की सेवाएं बाधित नहीं होंगी।