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CoronaVirus Bihar Update: सर्वदलीय बैठक में कोरोना संकट पर मंथन; एक मंच पर आए नीतीश-तेजस्‍वी

CoronaVirus Bihar Update कोरोना पर नियंत्रण को लेकर बिहार सरकार मंगलवार को राजनीतिक दलों के साथ वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग कर सर्वदलीय बैठक की। इसमें तेजस्‍वी यादव भी शामिल हुए।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 05 May 2020 10:58 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 02:15 PM (IST)
CoronaVirus Bihar Update: सर्वदलीय बैठक में कोरोना संकट पर मंथन; एक मंच पर आए नीतीश-तेजस्‍वी
CoronaVirus Bihar Update: सर्वदलीय बैठक में कोरोना संकट पर मंथन; एक मंच पर आए नीतीश-तेजस्‍वी

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। बिहार में कोरोना महामारी के संकट के बीच सरकार की ओर से पहल शुरू हुई। मंगलवार को देर शाम कोरोना संकट से निबटने के लिए राजनीतिक दल आपसी कटुता भुला कर एक मंच पर आए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी दलों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से बैठक की। इस दौरान कोरोना से बचाव की तैयारियों एवं राज्य सरकार द्वारा अभी तक किए गए प्रबंधों पर चर्चा हुई। कोरोना संकट से निबटने में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने सरकार को सहयोग देने की बात कही। बता दें कि मुख्‍यमंत्री के सुझाव पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी की ओर से यह पहल की गई।

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सर्वदलीय बैठक के उद्देश्‍य की सीएम ने दी जानकारी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव को ले जो कार्य चल रहे हैैं उसमें जिला प्रशासन विधायकों के सुझाव को भी शामिल करे। विधायकों व राजनीतिक दलों से प्राप्त सुझाव के आधार पर आगे की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। कोविड-19 पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वदलीय बैठक का यह उद्देश्य है कि राजनीतिक दलों व विधायकों से इंटरैक्शन किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमलोगों के आग्रह पर तीन मई को संशोधित गाइडलाइन जारी की, जिसके आधार पर राज्य के बाहर फंसे प्रवासी कामगारों और विद्यार्थियों को आवागमन की छूट दी गयी है। इसके बाद विशेष ट्रेनों के माध्यम से उन्हें लाया जा रहा है। 

पल्‍स पोलियो की तर्ज पर हो रही डोर टू डाेर स्‍क्रीनिंग

मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में यह जानकारी दी कि पल्स पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है, ताकि कोरोना संक्रमितों की पहचान की जा सके। अब तक सात करोड़ लोगों की जांच की जा चुकी है। पूरे राज्य में 32 जिलों के 76 प्रखंड कोरोना संक्रमण से प्रभावित हैैं। इसमें 529 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर उनका आवश्यक सहयोग लिया जा रहा है। जन प्रतिनिधि मुझे भी फोन कर अपने क्षेत्र की स्थिति बताते हैैं और उस पर संज्ञान लिया जाता है। सर्वदलीय बैठक में स्वास्थ्य विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया।

चेन को तोड़ने का हो रहा प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों के कारण बिहार में कोरोना संक्रमण का फैलाव ज्यादा हुआ। कांटैक्ट्स से भी कोरोना संक्रमण की चेन बनी जिसे तोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैलायी जाती है। इस पर प्रशासन की पूरी नजर है। हर हाल में बिहार में आपसी भाईचारे एवं सौहाद्र्र को कायम रखा जाएगा। जनप्रतिनिधि भी इसके लिए प्रेरित करें। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए हम सभी को मिल कर प्रयास करना होगा।

बोले नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव

कोरोना संकट से निबटने के लिए सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रवासी कामगारों की जल्द वापसी के लिए अधिक से अधिक ट्रेनें चलवाने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया। राहत एवं बचाव कार्यों में उन्होंने जनप्रतिनिधियों की अनदेखी का भी सवाल उठाया और कहा कि अधिकारी लोग जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुन रहे हैं। बैठक में राष्‍ट्रीय जनता दल की ओर से अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी हिस्सा लिया। नेता प्रतिपक्ष ने सर्वदलीय बैठक के लिए मुख्यमंत्री, स्पीकर एवं अन्य दलों को धन्यवाद देते हुए कोरोना से लडऩे में विपक्ष के सकारात्मक सहयोग का भरोसा दिया। उन्होंने पूछा कि कामगार कबतक और कितने दिनों में लौटेंगे? रेलवे के पास 12 हजार से ज्यादा ट्रेंने हैं, जो सब खाली हैं। पहल करके ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें चलवाएं। उन्होंने सरकारी आंकड़ों पर सवाल उठाया और सरकार को सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मरीजों की कम संख्या को लेकर सरकार अपनी पीठ न थपथपाए। जांच कम हो रही है तो मामले भी कम आ रहे हैं। बिहार में औसतन प्रतिदिन 1200 से 1300 ही जांच हो रही है। इसे पांच हजार करना चाहिए। हम 60 दिनों में कुल 28345 ही जांच कर पाए हैं।  

बोले जीतनराम मांझी

उधर, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सरकार से दो मांग की। मांझी ने कहा कि लॉक डाउन की अवधि में योजनाओं की गति क्या है इसकी जानकारी सही तरीके से प्राप्त नहीं हो रही। इसलिए आवश्यक हो गया है कि सरकार योजनाओं की मॉनिटरिंग का अधिकार विधायकों को भी दे। उन्होंने कहा लॉक डाउन की अवधि में विधायकों को योजना की स्थिति प्राप्त करने के लिए थोड़ी छूट भी दी जानी चाहिए। इसके साथ ही मांझी ने मुख्यमंत्री से कहा कि राज्य के बाहर से जो अप्रवासी आ रहे है उन्हें अपने निबंधन को लेकर कई तरह की परेशानियां होती हैं। उन्होंने कहा जिस प्रकार अन्य राज्यों ने निबंधन के लिए वेबसाइट बनाई है राज्य सरकार को भी ऐसी वेबसाइट बनाना चाहिए, ताकि बिहार से बाहर रहने वाले इस साइट पर जाकर अपना निबंधन करा सकें। 

सभी दलों के प्रमुख नेता हुए शामिल

सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, हम की ओर से जीतन राम मांझी, आरजेडी के अब्दुलबारी सिद्दीकी, कांग्रेस के सदानंद सिंह, भाकपा माले के महबूब आलम, लोक जनशक्ति पार्टी के राजू तिवारी शामिल हुए और अपने सुझाव दिए। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े थे। आला अधिकारियों में मुख्य सचिव दीपक कुमार व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के अतिरिक्त मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा व अनुपम कुमार मौजूद थे।

पहले भी की जाती रही ऐसी पहल

राज्य सरकार की ओर से पहले भी इस तरह की पहल की जाती रही है। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर पिछले साल 13 जुलाई को भी सर्वदलीय बैठक बुलाकर परामर्श किया गया था। कोरोना के खतरे की आशंका के बीच भी बिहार ने सबसे पहले 16 मार्च से ही विधानसभा की कार्यवाही को एहतियातन स्थगित कर दिया था।


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