CoronaVirus: अस्पतालों से मरीजों को भागने से रोकने के लिए तैनात किए जाएंगे पुलिसकर्मी
कोरोना वायरस के संदिग्ध इलाज के दौरान आइडीएच से न भागें इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशानुसार पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी।
पटना, जेएनएन। कोरोना के अब तक जितने भी आशंकित मरीज आए हैं, सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस बीच कोरोना के दो अतिगंभीर रोगियों के वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था अगमकुआं स्थित संक्रामक रोग अस्पताल में कर ली गई है। यह जानकारी गुरुवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय कुमार गुप्ता ने दी।
उन्होंने बताया कि फिलहाल यहां कोरोना संक्रमित 15 मरीजों को भर्ती कर उपचार की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, वर्तमान में कोरोना आशंकित लोगों को एहतियातन भर्ती करने के लिए आइसोलेशन वार्ड में 23 बेड हैं।
प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने बताया कि इलाज के दौरान आइडीएच से कोई मरीज भागे नहीं इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशानुसार पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी। डीएम व एसएसपी से बातचीत कर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि संक्रामक रोग अस्पताल में वेंटिलेटर व मॉनीटर लगा दिए गए हैं। यहां आइसीयू की सुविधा विकसित की जा रही है। इसके लिए गैस पाइप लाइन बिछाने की तैयारी है। इसे डेंगू व स्वाइन फ्लू समेत अन्य संक्रामक रोगों से ग्रसित लोगों के उपचार के लिए तैयार किया जा रहा है। यहां मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों की टीम नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में 24 घंटे मुस्तैद है।
पंडारक के डहमा पहुंची मेडिकल टीम, एक आशंकित पीएमसीएच रेफर
पंडारक प्रखंड के दाहौर थानान्तर्गत डहमा गांव में कोरोना आशंकित एक व्यक्ति के मिलने के बाद से मेडिकल टीम नियमित रूप से गांव का दौरा कर रही है। इस क्रम में गुरुवार को एक व्यक्ति को आशंकित मानकर चिकित्सकों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया। चिकित्सा प्रभारी डॉ. मदन ने बताया कि तीन दिन पूर्व गांव में आशंकित मरीज मिलने के बाद सौ मीटर के दायरे में नियमित जांच की जा रही है। मेडिकल टीम पूरे गांव में जागरूकता अभियान चला रही है। जिससे कोरोना वायरस से बचा जा सके।