Corona Virus: PMCH में दो दिन के अंदर शुरू होगी जांच, IGIMS में नहीं होगा संक्रमित का इलाज
पीएमसीएच ने अधिकतम गुरुवार से पहले कोरोना की जांच शुरू करने की घोषणा की है। इसके बाद पटना में भी ज्यादा से ज्यादा मरीजों का इलाज हो सकेगा।
पटना, जेएनएन। कोरोना की रोकथाम के लिए अब सरकार का जोर अधिक से अधिक आशंकित लोगों की जांच कराने पर है। यही कारण है कि आरएमआरआइ पर जांच का बोझ बढ़ता जा रहा है। दूसरे संस्थान आइजीआइएमएस में तकनीनीशियनों की कमी के कारण अभी 54 लोगों की ही जांच हो सकती है। पीएमसीएच ने अधिकतम गुरुवार से पहले कोरोना की जांच शुरू करने की घोषणा की है। पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी और अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि कोरोना जांच करने वाली आरटीपीसीआर मशीन पहले ही आ चुकी है। इंजीनियर भी कोलकाता से आ गए हैं। मशीन इंस्टाल करने में एक्सट्रैक्शन किट की कमी आड़े आ रही है।
आइजीआइएमएस में नहीं होगा कोरोना संक्रमित या आंशिक का इलाज
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में मंगलवार से कोरोना संक्रमित या आंशिक मरीजों का उपचार नहीं किया जाएगा। स्क्रीनिंग कर कोरोना आशंकित मरीजों का नमूना भी नहीं लिया जाएगा। हालांकि, विभिन्न जिलों या मेडिकल कॉलेज से आने वाले कोरोना आशंकितों के नमूने की जांच यहां पूर्ववत जारी रहेगी।
कोरोना से इतर अन्य गंभीर रोगियों के उपचार में परेशानी को देखते हुए रविवार को हुई बिहार कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पांस टीम की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, प्रधान सचिव संजय कुमार के अलावा अन्य सदस्य मौजूद थे।
निजी डॉक्टरों व चिकित्साकर्मियों से मदद मांगेगी सरकार : कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार ने सभी जिलों व मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों, नर्सो व पारा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए हर दिन मॉनीटरिंग की व्यवस्था की है। इसके साथ ही राज्य निजी डॉक्टरों, नर्सो और पारा मेडिकल स्टाफ का कोरोना को हराने के लिए सहयोग लेगी। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति विज्ञापन निकालने जा रही है।
19 विभागों के डॉक्टर सुबह नौ से चार बजे तक करेंगे इलाज
ये विभाग चलेंगे अपने निर्धारित स्थान पर :
स्त्री एवं प्रसूति रोग
नेत्र रोग विभाग
कैंसर
नाक-कान व गला विभाग
रेडियोथेरेपी व कीमोथेरेपी