पटना जंक्शन पर बनेगा 'कोरोना अस्पताल' 40 कोच में होगा 640 संक्रमितों का इलाज
अब रेलवे के कोविड -19 आइसोलेशन कोच में कोरोना संक्रमितों को रखने की योजना को अमलीजामा पहनाने में जिला प्रशासन जुटा है। जानें कैसे होगा इलाज।
पटना, जेएनएन। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने रेलवे से मदद मांगी है। राजधानी के अस्पतालों व आइसोलेशन केंद्रों के सभी बेड भर जाने के बाद अब रेलवे के 'कोविड -19 आइसोलेशन कोच' में कोरोना संक्रमितों को रखने की योजना को अमलीजामा पहनाने में जिला प्रशासन जुटा है। एक-दो दिन के अंदर पटना जंक्शन को 'कोरोना अस्पताल' में तब्दील कर दिया जाएगा।
प्लेटफॉर्म 6 व 7 पर होगा कोविड केयर कोच
जिलाधिकारी कुमार रवि ने पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी व दानापुर मंडल रेल प्रबंधक रेल प्रबंधक सुनील कुमार से मिलकर 500 बेड की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है। डीएम के अनुरोध पर पटना जंक्शन को ही कोरोना संक्रमित अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्लेटफॉर्म संख्या 6 व 7 पर कोविड केयर कोच लगाए जाएंगे। 20-20 कोच के दो रैक लगाए जाएंगे। इनमें 640 संक्रमितों के रखने की व्यवस्था होगी। इतना ही नहीं डॉक्टरों के लिए अलग से दोनों रैक में एक-एक कोच रखा जाएगा।
कैसा होगा कोविड केयर कोच
यह एक नॉन एसी कोच है। इसमें मिडिल बर्थ को हटा दिया गया है। एक कोच में आठ केबिन होंगे। प्रत्येक केबिन में दो संक्रमितों को रखा जाएगा। एक केबिन में दो बेड लगाए गए हैं। दोनों बेड के लिए अलग-अलग ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर की व्यवस्था होगी। हर कोच में एक केबिन में वेंटिलेटर तक की व्यवस्था की कोशिश की जा रही है। एक बोगी के चार शौचालय में एक को बंद कर स्नानागार बनाया गया है। शौचालय अथवा वाश बेसिन के नल में सेंसर लगाया गया है ताकि नल को हाथ से छूने की जरूरत न पड़े। साइड लोअर बर्थ के पास ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर रखने की व्यवस्था की गई है। डॉक्टरों के कोच को पूरी तरह वातानुकूलित रखा गया है। हर कोच में मेडिकल कचरा रखने के लिए अलग से डस्टबिन लगाया गया है।
करबिगहिया की ओर से एंट्री
जंक्शन के करबिगहिया साइड की तरफ से कोरोना अस्पताल में जाने का रास्ता होगा। इस रास्ते से किसी को प्रवेश करने की इजाजत नहीं होगी। प्लेटफॉर्म संख्या 06 व 07 पर ही कोविड केयर कोच रखा जाएगा। कोच में रहने वाले सारे संक्रमितों के इलाज व रहने-खाने की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से ही की जाएगी। डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ की तैनाती के लिए सिविल सर्जन को कहा गया है। रेलवे से जगह, बिजली व पानी की व्यवस्था की जाएगी।
आइसीयू की भी रहेगी व्यवस्था
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से रेलवे के कोविड केयर कोच की मांग की गई है। दानापुर रेल अस्पताल व सेंट्रल हॉस्पिटल में भी आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। आइसीयू की भी व्यवस्था की गई है।