Corona Fighters: नगालैंड से दिल्ली के बिहार भवन में आया फोन- पत्नी गर्भवती है, प्लीज हेल्प मी...
लाॅकडाउन में फंसे अप्रवासी बिहारी किस्म-किस्म की समस्याअों को ले दिल्ली स्थित बिहार भवन में बने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर रहे हैं। गुरुवार को ऐसे ही कॉल नगालैंड व चेन्नई से आए।
पटना, राज्य ब्यूरो। लाॅकडाउन में फंसे अप्रवासी बिहारी किस्म-किस्म की समस्याअों को ले दिल्ली स्थित बिहार भवन में बने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर रहे हैं। बिहार भवन की मदद से नागालैंड तथा चेन्नई में बिहार के रहने वाले परिवारों को राहत मिली। इसमें नगालैंड के चीफ रेजिडेंट कमिश्नर ज्योति कलश ने अहम योगदान दिया। यह संयोग ही था कि कमिश्नर भी बिहार के ही निकले, जिससे और आसानी से मदद मिल गई।
फोन पर बताया- पत्नी गर्भवती है, मदद कीजिए
नगालैंड से एक व्यक्ति ने गुरुवार को यह फोन किया कि वह बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी गर्भवती है। जांच जरूरी है। एेसे में उनकी मदद की जाए। इस समस्या के संदर्भ में तुरंत बिहार भवन की अोर से नागालैंड के चीफ रेजिडेंट कमिश्नर को फोन किया गया। चीफ रेजिडेंट कमिश्नर ज्योति कलश संयोग से पटना साइंस कालेज के विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने तुरंत मामले में संज्ञान लिया। संबंधित नंबर पर उन्होंने फोन किया अौर जानकारी ली। बेगूसराय के उक्त व्यक्ति ने फीडबैक कॉल में बताया कि उनके पास डॉक्टर पहुंच गए हैं। पुरानी पर्ची को ले गए हैं।
चेन्नई से बिहार के रहने वाले पंच नारायण ने मांगी मदद
इसी तरह का एक फोन हेल्पलाइन नंबर पर बुधवार को चेन्नई स्थित अनंबक्कम से अाया। शेखपुरा जिले लोधीपुर गांव के रहने वाले पंच नारायण ने फोन पर बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती है। जांच जरूरी है, पर लाॅकडाउन में यह संभव नहीं हो पा रहा है। इसके बाद तुरंत तमिलनाडु के स्थानिक अायुक्त को फोन कर यह सूचना दी गयी। महिला को लेडी डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध हो गयी है।
गुरुवार को 10127 लोगों ने किया भोजन
वहीं, बिहार फांउडेशन की देखरेख में दिल्ली के विभिन्न इलाकों में लगातार दोपहर अौर रात का भोजन अप्रवासी बिहारी कामगारों को उपलब्ध कराया जा रहा है। अाधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर इन केंद्रों पर 10127 लोगों ने भोजन किया। बुधवार को दिन-रात मिलाकर 19293 लोगों के भोजन की व्यवस्था की गयी थी। गौरतलब है कि पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू किया गया है। इसकी घोषणा स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। हालांकि, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना के संक्रमण को देखते हुए 23 मार्च से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। जबकि 22 मार्च को पूरे देश में जनता कर्फ्यू का आह्वान किया गया था। बहरहाल, बिहार भवन की ओर से की जा रही मदद की लोग सराहना कर रहे हैं।