बिहार विधानसभा चुनाव पर Corona Effect: डिजिटल वार में जुटा RJD, तकनीक से होगा जनसंपर्क
कोरोना संक्रमण का असर अगले चुनावों पर भी पड़ना तय है। बिहार विधानसभा चुनाव की बात करें तो आरजेडी ने इसे ध्यान में रखते हुए तकनीक के सहारे चुनाव लड़ने पर काम शुरू कर दिया है।
पटना, अरविंद शर्मा। कोरोना संक्रमण के लंबा खिंचने का असर बिहार विधानसभा चुनाव पर पडऩा लाजिमी है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अभी से ही अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने चुनाव के लिए डिजिटल वार की तैयारी शुरू कर दी है। हालात बता रहे हैं कि इस बार चुनाव के तौर-तरीके बदल सकते हैं। न आम सभाएं होंगी और न ही बड़ी-बड़ी रैलियां। इसे ध्यान में रखते हुए आरजेडी द्वारा बिना तामझाम आम लोगों तक तकनीक के माध्यम से पहुंचने के रास्ते तलाश रहा है।
बनाए जा रहे अलग-अलग वाट्सएेप ग्रुप
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत आरजेडी के तमाम बड़े नेता डिजिटल वार के लिए तैयार होते दिखने भी लगे हैं। बिना प्रचार चुपचाप आरजेडी ने अपना काम शुरू कर दिया है। नेताओं-कार्यकर्ताओं से समन्वय के लिए पंचायत, प्रखंड, जिला और प्रदेश स्तर पर अलग-अलग वाट्सएेप ग्रुप बनाए जा रहे हैं।
डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल पर काम शुरू
चुनाव में फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन जरूरी होगा। इसलिए डिजिटल तकनीक का पूरा इस्तेमाल करने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। टीम जुट गई है। बूथ कमेटियों को भी ऑनलाइन माध्यमों से जोड़ा जा रहा है। जिला से प्रखंड स्तर तक आरजेडी से जुड़े जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को डिजिटल तकनीक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर जानकारों की मदद ली जा रही है। आरजेडी में पहली बार पंचायत स्तर तक मीडिया प्रभारी बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
सोशल मीडिया में मुखर हुए शीर्ष नेता
सबको पता है कि लॉकडाउन के दौरान घर-घर जाकर संपर्क करना संभव नहीं है। इसलिए करीब हफ्ते भर से आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ा दी है। तीनों नेताओं की ओर से प्रतिदिन ट्वीट और बयान जारी किए जा रहे हैं। केंद्र एवं राज्य सरकारों पर हमले भी तेज कर दिए गए हैं। लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के कामगारों एवं विद्यार्थियों की परेशानी को मुद्दा बनाया जा रहा है। उनके प्रति हमदर्दी जताई जा रही है।
पिछले चुनाव से बदले-बदले हैं हालात
पिछली बार की तुलना में आरजेडी के लिए स्थितियां अलग होंगी। तब जनता दल यूनाइटेड के साथ गठबंधन था। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का चेहरा थे। इस बार तेजस्वी यादव के चेहरे पर वोट मांगना है। विधानसभा की अधिसूचना सितंबर में जारी हो सकती है। विधायकों की संख्या के हिसाब से बिहार में आरजेडी सबसे बड़ा दल है। 243 सदस्यों वाली विधानसभा में राजद के 81 विधायक हैं। उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की संयुक्त शक्ति है। लोकसभा चुनाव के नतीजे भी सामने है, जिसमें आरजेडी का खाता भी नहीं खुल सका था।