निर्भया कांड: फैसले पर फफक पड़ी पत्नी, मासूम ने लगा दी सवालों की झड़ी
निर्भया कांड के दोषी जहानाबाद के अक्षय ठाकुर का बेटा अपनी मां से सवाल पूछता है कि वो रो क्यों रही है। उसके पिता कहां हैं? इसका वह क्या जवाब दे समझ नहीं पा रही।
पटना [जेएनएन]। निर्भया दुष्कर्म कांड के आरोपितों को इंसाफ मिल गया, उसके गुनहगारों पर सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा को बरकरार रखा है। लेकिन इन सबके बीच एक बच्चा अपने जन्मदाता को खो देगा, जिसने अपने पिता का चेहरा भी नहीं देखा है।
मासूम के सवाल पर एक मां क्या कहेंगी कि उसका पिता कहां गया? अब तक तो उस मां ने तरह-तरह के बहाने बनाकर बेटे को अपने पिता की गंदी करतूतों से दूर रखा था। लेकिन सच जब मासूम के सामने आयेगा तब क्या होगा? यह सोचकर मां की रूह कांप जा रही है।
शुक्रवार को नवीनगर के एक घर में एक महिला के आंसू थम नहीं रहे थे। क्योंकि महिला उस हैवान की पत्नी है, जिसने निर्भया के इज्जत को तार-तार किया था। अक्षय ठाकुर, जिसका नाम भी गांव वाले अब नहीं सुनना चाहते, जब सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी तो अक्षय की पत्नी के आंसू निकल पड़े।
मां के बहते आंसू को पांच साल के मासूम ने देख लिया और फिर सवालों की झड़ी लगा दी। मां की गोद में बैठे बेटे ने जब उसके बहते आंसुओं का कारण पूछा तो उसे कोई जवाब देते नहीं बना। बच्चे के सवाल पर मां का कलेजा फट गया, क्या बताती उसे कि उसके पिता ने कैसी हैवानियत की थी 16 दिसंबर 2012 की रात को। जिसकी सजा उसे आज मिली है।
लेकिन बच्चा तो बच्चा है, तब तक वो अपनी मां से सवाल करता रहा, जबतक कि उसकी मां ने ये नहीं कह दिया कि दिल्ली में रह रहे तेरे पापा की याद आ गयी। इसी वजह से रो पड़ी।
बच्चा की जिज्ञासा यहीं नहीं शांत हुई। बच्चा फिर पूछ बैठा मम्मी पापा क्यों घर नहीं आते है। जब भी पूछता हूं कहती हो पापा समय मिलने पर आयेंगे। फिर एक मां पत्नी के रूप से बाहर निकल अपने बच्चे को पापा के आने का झूठा दिलासा दिलाने में लग जाती है।