मिशन 2019: राहुल के रोड मैप पर बिहार जीत की बन रही रणनीति, जानिए
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी खुद बिहार में जीत के लिए संगठन का रोडमैप तैयार कर रहे हैं। इसके लिए उनके चार सिपहसालार काम कर रहे हैं।
पटना [सुनील राज]। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बिहार में संगठन के कायाकल्प और जीत का रोड मैप खुद तैयार कर रहे हैं। उन्होंने इस मकसद के लिए बिहार में अपने खास चार सिपहसलारों को तैनात भी कर दिया है। इन चारो सिपहसलारों ने यहां अलग-अलग समय कमान संभालते हुए रोड मैप पर काम भी शुरू कर दिया है।
राहुल के यह चार सिपहसलार हैं गुजरात कांग्रेस में मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में नेता प्रतिपक्ष रहे शक्ति सिंह गोहिल। गोहिल की इस बात की विशेष समझ हैं कि मोदी-शाह वोटरों को लुभाने के लिए क्या बोल सकते हैं। इसलिए पार्टी ने उन्हें बिहार का प्रभारी बनाते हुए भाजपा के इन दो दिग्गजों की काट तैयार करने का दायित्व सौंपा है। दूसरे हैं अल्पेश ठाकुर।
अल्पेश ठाकुर वही हैं जिन्होंने जिग्नेश, हार्दिक और अल्पेश की जोड़ी बनाकर गुजरात में भाजपा की नींद उड़ा दी थी। बिहार में भी अल्पेश को गोहिल के साथ मिलकर भाजपा की रणनीति के बेधन का जिम्मा दिया गया है।
तीसरे सिपहसलार हैं बीरेंद्र सिंह राठौर। राठौर हरियाणा से आते हैं और कांग्रेस के बड़े नीति निर्धारकों में शुमार हैं और फिलवक्त कांग्रेस में सचिव हैं।
चौथा नाम राजेश लिलौटिया का है। लिलौटिया दिल्ली यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष थे बाद में उन्होंने उत्तम नगर से विधायक का चुनाव भी जीता। फिलहाल कांग्रेस में बतौर सचिव काम कर रहे हैं। इन दोनों युवा नेताओं को मतदाताओं की नब्ज टटोलने और उनके हिसाब से कार्यक्रम तैयार करने का जिम्मा दिया गया है।
कांग्रेस जानती है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार में अपना परचम लहराने के लिए भाजपा के सबसे बड़े चाणक्य अमित शाह जो रणनीति बनाएंगे उसकी काट के लिए पार्टी को कड़ी मेहनत करनी होगी। इसलिए मोदी-शाह के गढ़ के दो लोगों को बिहार में पहले से ही लगा दिया गया है।
दोनों नेताओं की जिम्मेदारी होगी कि वह शाह की रणनीति को पढ़े और उसकी काट तैयार करें। जबकि लिलौटिया और राठौर पार्टी को लगातार जनता से कनेक्ट करने की कवायद चला रहे हैं। जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं को अगले चुनाव में जीत का मंत्र भी दे रहे हैं।
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष कौकब कादरी की माने तो लोकसभा चुनाव में एनडीए के लिए जीत आसान नहीं होगी। पार्टी भाजपा और उनके सहयोगियों को शिकस्त देने के लिए पूरी तरह तैयार है और जीत का सेहरा जनता इस बार महागठबंधन के सिर ही बांधेगी। एनडीए बड़ी उलटफेर और शिकस्त के लिए तैयार रहे।