राहुल पर प्रेशर बनाने को अनिल शर्मा ने दिया इस्तीफा, कार्यकारी अध्यक्ष ने कही ये बात
राहुल गांधी पर प्रेशर बनाने के लिए अब बिहार में भी इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार को पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने इस्तीफा दिया।
पटना [राजेश ठाकुर]। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब तक राहुल गांधी ने अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया है। उन्होंने हार को स्वीकार करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। राहुल गांधी पर प्रेशर बनाने के लिए अब देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार में इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार को कांग्रेस के वरीय नेता व पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। वहीं कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के अलावा कोई दूसरा नेता हमें कबूल नहीं। बता दें कि बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने इसी माह की पहली तारीख को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
अनिल शर्मा ने विभन्न पदों से दिया इस्तीफा
बिहार कांग्रेस में अपने सभी पदों से इस्तीफा देने वाले वरीय नेता अनिल शर्मा ने जागरण डॉट कॉम को बताया कि लोकसभा में हार की जिम्मेवारी उन तमाम नेताओं की जो है बड़े पदों पर बैठे हुए हैं। इसमें प्रदेश से लेकर पंचायत तक के नेता शामिल हैं। इसके लिए राहुल गांधी कहीं से दोषी नहीं हैं। अनिल शर्मा प्रदेश कार्यकारिणी, चुनाव समिति तथा कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य के पद से इस्तीफा दिया है।
राहुल ने काफी मेहनत की, पर नेताओं ने नहीं की मेहतन
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में जितनी मेहनत की, उतनी मेहनत बाकी के नेता करते तो बेशक आज केंद्र में कांग्रेस की सरकार होती। ऐसे में राहुल गांधी कहीं से दोषी नहीं हैं। उनहोंने कहा कि राहुल गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर आएं और नये सिरे से कमिटियों का गठन करें। काम नहीं करने वाले नेताओं का पत्ता साफ करें और मेहनती को जगह दें।
कार्यकारी अध्यक्ष ने किया ट्वीट
उधर बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह ने भी ट्वीट कर साफ कर दिया कि राहुल गांधी की जगह कोई दूसरा नेता मंजूर नहीं। उन्हाेंने शनिवार को किए गए ट्वीट में कहा, 'राहुल गांधी जी की जगह मुझे कोई दूसरा नेता कबूल नहीं। अगर वे त्यागपत्र वापस नहीं लेते तो तीन पीढ़ियों से कांग्रेस एवं नेहरू परिवार का समर्पित होने के कारण बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से मुक्त होना ही बेहतर समझूंगा।' उन्होंने यह भी लिखा- 'राजनीति में हार-जीत तो लगा रहता है, जो निष्ठावान हैं राहुल जी के साथ हैं, जो स्वार्थी है वे वे विकल्प के वारे में सोच रहे हैं। 12 करोड़ से भी ज़्यादा लोगों ने राहुल जी को पसंद किया। मेरा विश्वास हैं कि आने वाले समय में उन्हें ही देश अपना नेता स्वीकार करेगा।'
दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने भी छोड़ा पद
दूसरी ओर राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बने रहने के आग्रह के साथ शनिवार को दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने पद से इस्तीफा दिया। बैठक की अध्यक्षता युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमार आशीष ने की। कार्यकर्ताओं ने नारा दिया है- राहुलजी नहीं तो हम भी नहीं। सभी कार्यकर्ता संघर्ष के लिए तैयार हैं। पार्टी के नेता दौलत इमाम ने बताया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में ही पार्टी और देश का विकास संभव है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राहुल को मनाने के इरादे से इस्तीफा किया था।
गोहिल पहले ही दे चुके हैं इस्तीफा
गौरतलब है कि इसी माह की पहली तारीख को कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने बिहार में लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने भी कहा था कि इस हार के लिए राहुल गांधी कहीं से जिम्मेवार नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि हम सब जमीन पर काम कर रहे थे, इसलिए पराजय की जिम्मेवारी हम सब की है। राहुल गांधी को पद छोडऩे की जरूरत नहीं है। हम सब हार से दुखी हैं, लेकिन हताश नहीं हैं। सांप्रदायिक और गरीब विरोधी सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूरी टीम जिम्मेवारी से चुनाव लड़ रही थी।