एसी स्पेशल में बिगड़ी तबियत, टीटीई के कोरोना संक्रमित होने की आशंका
नई दिल्ली-राजेंद्र नगर-नई दिल्ली वातानुकूलित स्पेशल ट्रेन के एक वरिष्ठ मुख्य टिकट निरीक्षक की ट्रेन में तबियत खराब हो गई।
पटना । नई दिल्ली-राजेंद्र नगर-नई दिल्ली वातानुकूलित स्पेशल ट्रेन के एक वरिष्ठ मुख्य टिकट निरीक्षक को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका पर बुधवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में भर्ती कराया गया है। जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। गुरुवार की शाम तक जांच रिपोर्ट आने का अनुमान है। टिकट निरीक्षक के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका की सूचना मिलते ही राजेंद्रनगर टर्मिनल के 200 से अधिक टिकट निरीक्षकों में हड़कंप मच गया है।
मंगलवार को 02310 एसी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन जैसे ही नई दिल्ली स्टेशन से खुली तो टिकट जांच के क्रम में वरिष्ठ टीटीई को तेज बुखार आ गया। सहयोगी को अचानक बुखार से अन्य टीटीई भी घबरा गए। किसी तरह टिकट जांच कर वे अपनी बर्थ पर आराम करने चले गए। ट्रेन अधीक्षक ने कानपुर कंट्रोल को अपने सहयोगी टीटीई को कोरोना से संक्रमित होने की आशंका की सूचना दे दी। कंट्रोल को बताया गया कि टीटीई की हालत गंभीर है। जब ट्रेन कानपुर पहुंची तो कोई डाक्टर नहीं पहुंचा। बोला गया कि इलाहाबाद में दवा दी जाएगी। ट्रेन जब इलाहाबाद पहुंची तो दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) में इलाज कराने को कहा गया। डीडीयू में भी कोई डॉक्टर नहीं था। दिल्ली से पटना ट्रेन पहुंच गई परंतु अपने ही कर्मचारी के इलाज करने कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। ट्रेन के पटना जंक्शन पहुंचने के बाद टीटीई को करबिगहिया के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। ढाई घंटे तक कोई इलाज नहीं किया गया। जब डॉक्टर पहुंचे तो उन्हें सीधे एनएमसीएच रेफर कर दिया। चार घंटे तक एनएमसीएच में भटकने के बाद उन्हें जांच के लिए भर्ती कराया गया।
इस ट्रेन में ड्यूटी कर रहे टिकट निरीक्षकों ने बताया कि मात्र 35 टीटीई को ही रोटेशन पर इस ट्रेन में ड्यूटी पर लगाया गया है। सारे टीटीई 55 साल से अधिक उम्र के हैं। जबकि रेलवे बोर्ड का आदेश है कि 55 साल अथवा इससे अधिक उम्र के लोगों को रनिंग ट्रेन में ड्यूटी पर नहीं लगाना है।