Lockdown Extension: भागलपुर-गया में कोरोना अस्पताल की व्यापक तैयारी, 1300 मरीजों का एक साथ होगा इलाज
बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन के बढ़ने के संकेत को देखते हुए कोरोना अस्पतालों की संख्या बढ़ाने पर बल दिया है। इसी कड़ी में भागलपुर-गया में व्यापक तैयारी है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन के बढ़ने के संकेत को देखते हुए कोरोना अस्पतालों की संख्या बढ़ाने पर बल दिया है। इसी कड़ी में बिहार के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) भागलपुर और अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एएनएमएमसीएच) को कोरोना अस्पताल घोषित किया है। इस संबंध में मंगलवार को ही आदेश जारी हो चुका है। सरकार का आदेश मिलने के बाद बुधवार से प्रशासन इन दोनों अस्पतालों में भर्ती अन्य रोग के मरीजों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में लग गया है।
मिली जानकारी के अनुसार जेएलएनएमसीएच में 750 बेड होंगे। इधर गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक बार मे कोरोना के 544 मरीजों को भर्ती कर इलाज देने की व्यवस्था पर काम प्रारम्भ हो गया है। गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मगध प्रमंडल के सभी जिले तथा कैमूर एवं रोहतास जिले में पाए गए कोरोना के संक्रमित या संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
भागलपुर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भागलपुर प्रमंडल कोसी प्रमंडल और पूर्णिया प्रमंडल में आने वाले जिले के मरीज शामिल होंगे। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अगले 24 घंटे के अंदर इन दोनों अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए जिन मूलभूत सुविधाओं की जरूरत होती है, उन्हें यहां मुहैया करा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि बिहार में 72 घंटे के बाद मंगलवार को फिर कोरोना के छह पॉजिटिव केस मिल गए। इसके बाद सरकार से लेकर आम आदमी तक सोचने को मजबूर हाे गए हैं। कोरोना पॉजिटिव के छह केस अचानक मिल जाने से एक बार फिर लॉकडाउन के बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो कल ही बिहार सरकार ने इसके संकेत दिए हैं कि बिहार में लॉकडाउन अभी पूरी तरह खत्म नहीं होगा। खासकर वैसे जिलों में बिल्कुल ही खत्म नहीं होने की उम्मीद है, जहां से लगातार पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। हालांकि राहत वाली बात यह है कि बिहार में कुल 38 संक्रमित मरीजों से 15 पूरी तरह ठीक हो गए हैं।