थाने पहुंचा पटना मेयर पुत्र का महिला पार्षद को आंख मारने का मामला, दो पर केस Patna News
पटना मेयर के बेटे द्वारा महिला पार्षद को आंख मारने का मामला थाने पहुंच गया है। मामले में दो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
By Edited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 02:02 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 08:54 AM (IST)
पटना, जेएनएन। 'मैडम, मेयर सीता साहू का बेटा शिशिर निगम की बैठकों के दौरान आंख मारता है। अभद्र इशारे करता है। मंगलवार को बांकीपुर अंचल में हुई बोर्ड की बैठक के दौरान मैंने इसका विरोध किया तो वार्ड संख्या-48 के पार्षद इंद्रदेव चंद्रवंशी और वार्ड-47 के पार्षद सतीश गुप्ता ने मुझे मारने की कोशिश की। इससे मैं काफी आहत हूं।'
यह फरियाद लेकर वार्ड संख्या-21 की पार्षद पिंकी कुमारी ने बुधवार को बिहार राज्य महिला आयोग और महिला थाने में गुहार लगाई। आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा कि मामले को काफी गंभीरता से लिया गया है। मेयर पुत्र को आयोग में हाजिर होने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। वहीं, महिला थाना पुलिस के एएसआइ बीके सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
बेटे के पक्ष में चुप्पी साधे रहीं मेयर
महिला पार्षद ने तहरीर में लिखा है कि निगम बोर्ड की बैठक के दौरान मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने आंख मारकर गंदा इशारा किया। जब मैंने इसकी शिकायत मेयर सीता साहू से की तो उन्होंने बेटे को डांटने के बजाय उसका पक्ष लिया। विरोध करने पर शिशिर के समर्थन में इंद्रदेव चंद्रवंशी और सतीश गुप्ता गाली-गलौज करने लगे। साथ ही इंद्रदेव चंद्रवंशी ने हमला बोल दिया। यह सबकुछ मेयर की आंखों के सामने हो रहा था, लेकिन वह मौन रहीं। महिला पार्षद ने आशंका जताई है कि इंद्रदेव और सतीश धन-बल का प्रयोग कर मामले को रफा-दफा कर सकते हैं।
मेयर पुत्र ने मीडिया के सामने रखा पक्ष
कदमकुआं थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने बुधवार को मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। शिशिर ने कहा कि महिला पार्षद ने प्रतिशोध में मामला दर्ज कराया है। मेयर ने उन्हें सशक्त स्थायी समिति से बाहर कर दिया। वापसी के लिए वह लगातार पैरवी कर रही थीं। लेकिन, मैंने मना कर दिया। इसी खीझ में आकर उन्होंने झूठा और निराधार आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है।
यह फरियाद लेकर वार्ड संख्या-21 की पार्षद पिंकी कुमारी ने बुधवार को बिहार राज्य महिला आयोग और महिला थाने में गुहार लगाई। आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा कि मामले को काफी गंभीरता से लिया गया है। मेयर पुत्र को आयोग में हाजिर होने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। वहीं, महिला थाना पुलिस के एएसआइ बीके सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
बेटे के पक्ष में चुप्पी साधे रहीं मेयर
महिला पार्षद ने तहरीर में लिखा है कि निगम बोर्ड की बैठक के दौरान मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने आंख मारकर गंदा इशारा किया। जब मैंने इसकी शिकायत मेयर सीता साहू से की तो उन्होंने बेटे को डांटने के बजाय उसका पक्ष लिया। विरोध करने पर शिशिर के समर्थन में इंद्रदेव चंद्रवंशी और सतीश गुप्ता गाली-गलौज करने लगे। साथ ही इंद्रदेव चंद्रवंशी ने हमला बोल दिया। यह सबकुछ मेयर की आंखों के सामने हो रहा था, लेकिन वह मौन रहीं। महिला पार्षद ने आशंका जताई है कि इंद्रदेव और सतीश धन-बल का प्रयोग कर मामले को रफा-दफा कर सकते हैं।
मेयर पुत्र ने मीडिया के सामने रखा पक्ष
कदमकुआं थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने बुधवार को मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। शिशिर ने कहा कि महिला पार्षद ने प्रतिशोध में मामला दर्ज कराया है। मेयर ने उन्हें सशक्त स्थायी समिति से बाहर कर दिया। वापसी के लिए वह लगातार पैरवी कर रही थीं। लेकिन, मैंने मना कर दिया। इसी खीझ में आकर उन्होंने झूठा और निराधार आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है।
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