बेगूसरायः कहीं गोद में तो कहीं व्हीलचेयर पर आए बैठकर आए वोटर
बिहार के साथ देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट बेगूसराय में मतदान के लिए उत्साह देखते ही बना। वोट देने के लिए कोई वृद्ध को गोद में तो कोई सहारा देकर पोलिंग बूथ तक लाया।
पटना, जेएनएन। बिहार के साथ देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट बेगूसराय के रण में किसके सिर जनता ताज सजाएगी इसका फैसला तो 23 मई को होगा। सोमवार को ईवीएम में प्रत्याशियों का भविष्य तय करने के लिए लोगों का उत्साह देखते बना। सुबह से विभिन्न मतदान केंद्रों पर जुटे लोगों ने एक-एक वोट का महत्व बताया।
अहियापुर मध्य विद्यालय में अपने पिता को गोद में लेकर एक युवक पहुंचा तो दिव्यांग व्हील चेयर से बूथ पर आते दिखे। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा था कि कोई वोटर मतदान केंद्र तक इस हालात में पहुंचा, बड़ी बात ये रही कि बेगूसराय के कुछ स्थानों पर अगर ईवीएम खराब होने से मतदान रुक रहा तो भी वोटर तल्लीनता से इंतजार करते रहे।
...और किया पहली बार मतदान
इसी लोकसभा के चांदपुरा में पहली बार वोट डालने पहुंची 18 साल की सपना, कोमल और रश्मी अपना वोटर कार्ड दिखाते हुए लोकतंत्र में अपनी पहली भागीदारी सुनिश्चित की। तीनों ने वोट डाला फिर बोला, पांच साल का लेखा-जोखा आज तय करना था। वोट नहीं देंगे तो खूबी और खामी कैसे बताएंगे।
जुगाड़ का किया चुनाव
जुगाड़ वाहन से वोट डालने पहुंचा एक किसान परिवार का जोश देखते बन रहा था। पूछने पर वृद्ध बोले, इस गाड़ी पर बोरी और खाद ढोते थे। आज वोट देने की बात थी, एक गाड़ी में पांच-छह लोग आ गए तो सबको साथ लेकर चले आए। इस बीच ऐसा भी नहीं रहा कि मतदाता जागरुक न हों। मंझौल के बूथ संख्या 221 मध्य विद्यालय पबड़ा में पीठासीन अधिकारी को ग्रामीणों ने शिकायत कर बदलवा दिया। लोगों को आरोप था कि वे किसी विशेष दल को वोट डालने का दबाव बना रहे थे।
जीत को लेकर अपने-अपने दावे
इस बीच देश की सबसे हॉट सीट में से एक बेगूसराय के प्रत्याशियों को भी जान लेना जरूरी है। वैसे नाम सभी को पता हैं फिर भी यहां मुख्य मुकाबला तीन लोगों में है। नवादा सांसद गिरिराज सिंह, महागठबंध के उम्मीदवार तनवीर हसन और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआइ कंडीडेट कन्हैया कुमार। जीत को लेकर सभी के अपने-अपने दावे कर रहे हैं पर जनता ने निर्णय ले लिया है। बताते चलें कि बेगूसराय में कुल सात विधानसभा क्षेत्र हैं। बेगूसराय, मटिहानी, बछवाडा, तेघड़ा, चेरिया बरियारपुर, साहेबपुर कमाल और बखरी (सुरक्षित)।