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बिल्लियों का शिकार बना डेढ़ साल का मासूम, रूह कंपाती घटना से फीका पड़ा होली का रंग

बिहार के पटना स्थित एक गांव में दो बिल्लियों ने डेढ़ साल के एक मासूम को मार डाला। घटना से गांव में होली का रंग फीका पड़ गया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 08:29 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 10:05 PM (IST)
बिल्लियों का शिकार बना डेढ़ साल का मासूम, रूह कंपाती घटना से फीका पड़ा होली का रंग
बिल्लियों का शिकार बना डेढ़ साल का मासूम, रूह कंपाती घटना से फीका पड़ा होली का रंग

पटना [जेएनएन]। घर में लोग होली की तैयारियों में व्‍यस्‍त थे। मां आपने डेढ़ साल के मासूम बच्‍चे को कमरे में सुलाकर काम कर रही थी। इसी बीच जो हुआ, वह जानकर आपकी रूह कांप जाएंगी। दो बिल्लियों ने कमरे में घुसकर मासूम की गला दबाकर हत्‍या कर दी। घटना पटना के बिहटा में मंगलवार की शाम में हुई।

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इकलौती संतान था मृतक
मिली जानकारी के अनुसार बिहटा में दो बिल्लियों ने कमरे में घुसकर वहां सोए डेढ़ साल के बच्चे छोटू को मार डाला। होली के ठीक पहले हुई इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। मृतक माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता चंदन कुमार टेम्पो चालक हैं, जबकि मां आंगनबाड़ी सेविका हैं। मृतक के दादा किसान हैं।
बिल्लियों ने मार डाला
घर में होली की तैयारियां चल रहीं थीं। मां कमरे में बेटे को सुलाकर काम कर रही थी। इस बीच कहीं से दो बिल्लियां कमरे में घुस गईं और आपस मे लड़ने लगीं। इस दौरान उन्‍होंने बच्चे पर भी हमला कर दिया। बिल्लियां बच्‍चे की गईन पकड़कर नोंचने लगीं। उन्‍होंने बचचे के शरीर को भी बुरी तरह नोंच डाला। घायल बच्‍चे के रोने की आवाज सुनकर परिजन दौड़े तो देखा कि बिल्लियां बच्चे का गला पकड़ खींच रहीं थी।
मातमी हुआ होली का माहौल
परिजन खून से लथपथ बच्चे को बिहटा अस्पताल ले गए, जहां डॉक्‍टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है।
बेहद खतरनाक होते बिल्ली के पंजे
वरीय पशु विशेषज्ञ डॉ. अजीत कुमार कहते हैं कि अमूमन बिल्लियां बच्चों पर हमला नहीं करतीं। लेकिन बिल्ली के पंजे के नाखून बहुत तेज होते हैं। गले के आसपास की नस दबने या कटने पर मासूम की मौत संभव है। 


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